मूल्यांकन में योगदान नहीं देने वाले 803 शिक्षक होंगे निलंबित
बच्चे निहार रहे हैं कि कब विद्यालय खुलेगा और दरवाजे के खुलते ही उनके जीवन पर शिक्षा की रोशनी पड़ेगी। सरकार और शिक्षकों के बीच ठनी इस विवाद में बच्चों के महज सपना कल्पना सी रह गई है। शिक्षकों का हड़ताल पर रहने के कारण मूल्यांकन कार्य कराना सरकार एवं शिक्षा विभाग के समक्ष चुनौती खड़ा हो
वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2020 के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में उपस्थित नहीं होने वाले परीक्षकों व शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए अपर सचिव सह निदेशक माध्यमिक शिक्षा गिरिवर दयाल सिंह ने आदेश पत्र जारी किया है। जारी आदेश में जिला शिक्षा पदाधिकारी को अनुपस्थित शिक्षकों पर कार्रवाई का आदेश दिया गया हैं। सचिव ने डीइओ को आदेश दिया है कि 18 मार्च को शाम पांच बजे तक कार्रवाई करते हुए प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं। सचिव के आदेश के आलोक में डीइओ मो. अलीम ने जिले में मूल्यांकन कार्य से अनुपस्थित रहे 803 शिक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई करने के लिए नियोजन इकाईं को पत्र लिखा है। पत्र का प्रतिवेदन सरकार को भेज दिया है। डीइओ ने बताया कि अनुपस्थित 803 शिक्षकों को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों द्वारा योगदान नहीं दिए जाने के कारण मूल्यांकन कार्य में काफी परेशानी हो रही है। शिक्षकों द्वारा हड़ताल पर रहकर सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न किया जा रहा है। बता दें कि इन दिनों शिक्षा की व्यवस्था की कमर टूट गई है। बच्चों के भविष्य को लेकर अभिभावक चिता जता रहे हैं। एक महीने से अधिक दिनों से शिक्षकों को हड़ताल पर रहने के कारण विद्यालयों में ताला लटकें हैं। पेंडुलम की तरह लटके ताला को बच्चे निहार रहे हैं कि कब विद्यालय खुलेगा और दरवाजे के खुलते ही उनके जीवन पर शिक्षा की रोशनी पड़ेगी। सरकार और शिक्षकों के बीच ठनी इस विवाद में बच्चों के महज सपना कल्पना सी रह गई है। शिक्षकों का हड़ताल पर रहने के कारण मूल्यांकन कार्य कराना सरकार एवं शिक्षा विभाग के समक्ष चुनौती खड़ा हो गई है।