7.45 बजे तक विद्यालय नहीं पहुंचे बच्चे
औरंगाबाद। उत्क्रमित मध्य विद्यालय का हाल-बेहाल है। विद्यालयों में छात्रों की संख्या घटते जा रही है।
औरंगाबाद। उत्क्रमित मध्य विद्यालय का हाल-बेहाल है। विद्यालयों में छात्रों की संख्या घटते जा रही है। 7:45 बजे तक जागरण की टीम पहुंची तो विद्यालय में सहायक शिक्षक इंदू कुमारी उपस्थित थी। प्रधानाध्यापक केशमणि कुमारी तथा सहायक शिक्षक रेणुका सिन्हा एवं संजय कुमार ¨सह नहीं पहुंचे थे। बताया कि केशमणि कुमारी की बारात है तथा अन्य शिक्षक आते ही होंगे। देखने से विद्यालय ऐसा लगा कि विद्यालय से बच्चें हमेशा गायब रहते है। इंदू कुमारी ने बताया कि यहां नामांकित छात्रों की संख्या 190 है। 100 की संख्या में बच्चे हमेशा विद्यालय आते है। सोचा जा सकता है कि साढ़े छह बजे से 10 बजे विद्यालय का समय है। वैसी स्थिति में 7:45 तक विद्यालय में बच्चों का न पहुंचना हाल बयां करता है। विद्यालय में शिक्षक भी समय पर नहीं आते है जिस कारण छात्र भी विद्यालय आना पसंद नहीं करते है।
ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय की स्थिति खराब है। इधर अधिकारी भी नहीं पहुंचते है जिस कारण विद्यालय में शिक्षक अनुपस्थित रहते है। मध्य विद्यालय गैनी का हाल-बेहाल है। यहां छात्रों की नामांकित संख्या- 450 है। लेकिन 7:20 मिनट तक छात्रों की संख्या मात्र 30 ही दिखी। प्रधानाध्यापक सुरेश प्रसाद ने बताया कि लग्न के कारण बच्चे लेट से विद्यालय आते हैं। करीब 8.30 बजे तक बच्चे विद्यालय पहुंच जाएंगे। कहा गया है कि विद्यालय विद्या का मंदिर है पर शिक्षण के नाम पर विद्यालय की स्थिति खराब होते जा रही है। यहां शिक्षक अंबुज कुमार पांडेय, मो. समीर अहमद, सबीता कुमारी उपस्थित दिखी। दो शिक्षक कुमार कौशल किशोर, अनीता कुमारी अनुपस्थित थे। प्रधानाध्यापक ने बताया कि वे बगल में कुछ काम से चले गये है। यहां शौचालय का भी अभाव है। यहां छात्राओं की संख्या ज्यादा है वैसी स्थिति में शौचालय का निर्माण अतिआवश्यक है। प्रधानाध्यापक ने बताया कि कई बार अधिकारी से कहा गया पर शौचालय निर्माण नहीं कराया गया। मुखिया जमींदार ¨सह ने बताया कि विद्यालय को बेहतर तरीके से चलाने के लिए निरीक्षण के दौरान कहा गया है।