पर्यावरण को संरक्षित रखने की जरूरत
शहर के अनुग्रह मध्य विद्यालय में जिला कृषि कार्यालय के द्वारा कृषि जागरूकता कार्यक्रम आयोजित की गई। जिला कृषि पदाधिकारी राजेश प्रताप सिंह आत्मा के परियोजना निदेशक भरत प्रसाद सिंह एवं सहायक निदेशक उद्यान ज्ञानचंद ने खेतों में फसल का अवशेष नहीं जलाने के लिए अपने अभिभावकों को जागरूक करने के लिए बचों को शपथ दिलाया।
शहर के अनुग्रह मध्य विद्यालय में जिला कृषि कार्यालय के द्वारा कृषि जागरूकता कार्यक्रम आयोजित की गई। जिला कृषि पदाधिकारी राजेश प्रताप सिंह, आत्मा के परियोजना निदेशक भरत प्रसाद सिंह एवं सहायक निदेशक उद्यान ज्ञानचंद ने खेतों में फसल का अवशेष नहीं जलाने के लिए अपने अभिभावकों को जागरूक करने के लिए बच्चों को शपथ दिलाया।
डीएओ ने कहा कि स्कूली बच्चों को खेतों में फसल का अवशेष जलाने से होने वाले नुकसान को बताया गया। नुकसान को बच्चे अपने अभिभावकों को बताएंगे। डीएओ ने कहा कि फसल अवशेष को जलाने से न सिर्फ खेत की उर्वरा शक्ति घटती है बल्कि पर्यावरण का नुकसान होता है। हवा गंदा हो जाता है। बताया कि फसल अवशेष से भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए हैप्पी सीडर, स्ट्राबेलर, रोटरी मल्चर, रिपर कमवाइंडर जैसी कृषि यंत्री की मदद से फसल के अवशेषों को मिट्टी के साथ जोतकर फसल की उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा सकती है। बताया कि अब फसल के अवशेष से विभिन्न तरह के प्लेट, कटोरी समेत अन्य सामान का उत्पादन किया जा रहा है। पुआल कूड़ा नहीं बल्कि खेत का गहना है। इसे मिट्टी में मिलाना है। जलाना नहीं है का नारा दिया है। शिक्षा विभाग के डीपीओ अजय जयसवाल, प्रधानाध्यापक उदय कुमार सिंह, सुमित कुमार सिंह शामिल रहें।