मोबाइल कॉल डिटेल्स से लुटेरों तक पहुंची पुलिस
औरंगाबाद। नगर थाना के न्यू काजी मोहल्ला में 19 दिसंबर को दिनदहाड़े दिलीप कुमार वर्मा के
औरंगाबाद। नगर थाना के न्यू काजी मोहल्ला में 19 दिसंबर को दिनदहाड़े दिलीप कुमार वर्मा के जेवर दुकान में हुई लूट मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है। कांड के उछ्वेदन में स्वयं एसपी डॉ. सत्यप्रकाश लगे थे। कांड के त्वरित उछ्वेदन को एसपी ने एसआइटी का गठन किया था। एसआइटी के द्वारा बुधवार एवं मंगलवार को झारखंड के रांची के अरगोड़ा थाना से लूटकांड का मास्टरमाइंड कुख्यात लुटेरा रुपेश कुमार को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार रुपेश की निशानदेही पर लूटकांड का मुख्य सरगना अंकोढ़ा गांव निवासी राकेश गिरी, माली थाना के अंबा गांव निवासी राजा गिरी जपला से अशोक कुमार यादव, गढ़वा से शुभम कुमार को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लुटेरों के पास से जेवर दुकान से लूटे गए करीब 600 ग्राम दुकान का डीके मार्का सोना बरामद किया गया है। लुटेरों के पास से चार स्वचालित हथियार, कारतूस, नगदी करीब 9 लाख की बरामदगी की गई है। लूटे गए सोना को बेचकर लुटेरों द्वारा खरीदी गई कार को भी पुलिस ने बरामद किया है। गिरफ्तार लुटेरों ने दिलीप कुमार वर्मा की जेवर दुकान के अलावा कई अन्य शहरों में जेवर दुकान के अलावा अन्य लूटकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है। मोबाइल कॉल डिटेल्स के सहारे पुलिस ने लुटेरों तक पहुंची और लुटेरों का जाल तोड़ा गया। नगर थानाध्यक्ष राजेश वर्णवाल के अनुसार पुलिस ने लूट मामले में लाइनर रहे शहर के शाहपुर यमुनानगर मोहल्ला निवासी पुरन गिरी,एनटीपीसी खैरा थाना के अंकोढ़ा निवासी बालकिशन गिरी, राकेश गिरी का भाई, संतन पासवान, पिरवां के राजेश गिरी को पुलिस ने पहले ही जेल भेज चुकी है। गुड्डु मेहता ने कोर्ट में सरेंडर किया है।