औरंगाबाद के नक्सल इलाके में टांगी से काटकर अधेड़ की हत्या
औरंगाबाद। नक्सल प्रभावित ढीबरा थाना क्षेत्र की बनुआ पंचायत के पक्का पर गांव निवासी रामस्वरूप भूईयां (55 वर्ष) की टांगी से काटकर हत्या कर दी गई। ओझा-गुणी के आरोप में इस वारदात को अंजाम दिया गया है। अपराधियों ने रामस्वरूप के सिर एवं गर्दन पर वार किया है। टांगी से ताबड़तोड़ हमला कर हत्या की गई। पुलिस ने शनिवार को मृतक का शव वान-गोरेया जंगल से बरामद किया है।
औरंगाबाद। नक्सल प्रभावित ढीबरा थाना क्षेत्र की बनुआ पंचायत के पक्का पर गांव निवासी रामस्वरूप भूईयां (55 वर्ष) की टांगी से काटकर हत्या कर दी गई। ओझा-गुणी के आरोप में इस वारदात को अंजाम दिया गया है। अपराधियों ने रामस्वरूप के सिर एवं गर्दन पर वार किया है। टांगी से ताबड़तोड़ हमला कर हत्या की गई। पुलिस ने शनिवार को मृतक का शव वान-गोरेया जंगल से बरामद किया है।
मृतक के पुत्र सुरेंद्र भूईयां ने बताया कि गांव के ही बिनोद भूईयां के साथ विवाद चल रहा था। बिनोद के सात वर्षीय बेटे की मौत तीन माह पहले बीमारी से हो गई थी। बेटे की मौत के बाद से विनोद एवं उसके स्वजन रामस्वरूप भूईयां पर ओझा-गुणी के खेल में हत्या करने का आरोप लगा रहे थे। शुक्रवार की सुबह करीब नौ बजे रामस्वरूप बकरी चराने जंगल गए थे। शाम को जब वह घर नहीं लौटे तो स्वजन खोजने लगे। देर शाम ही शव वान-गोरेया जंगल में होने की सूचना मिली तो स्वजन पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। ढीबरा थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि अधेड़ की हत्या टांगी से काटकर की गई है। पुलिस ने शनिवार को शव को अपने कब्जे में लेकर सदर अस्पताल औरंगाबाद में पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया। हत्या की घटना के बाद से गंाव में तनाव व्याप्त है।
ढीबरा थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक के पुत्र सुरेंद्र भूईयां के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। तीन नामजद आरोपित बने हैं। उनमें मनोज भूईयां, बिरजू भूईयां एवं देवरानी देवी शामिल हैं। कुछ और लोगों का नाम आ रहा है, जिसकी जांच चल रही है। पुलिस दो संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार रामस्वरूप भूईयां ओझा-गुणी का काम करते थे। इसी अंधविश्वास में हत्या हुई है।