चुनाव को लेकर बिहार-झारखंड के अधिकारियों की बैठक
पड़ोसी राज्य झारखंड में 29 अप्रैल को लोकसभा चुनाव होना है। चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने को लेकर समीपवर्ती राज्य झारखंड एवं बिहार के अधिकारियों की एक बैठक शुक्रवार
औरंगाबाद। पड़ोसी राज्य झारखंड में 29 अप्रैल को लोकसभा चुनाव होना है। चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने को लेकर समीपवर्ती राज्य झारखंड एवं बिहार के अधिकारियों की एक बैठक शुक्रवार को हरिहरगंज झारखंड थाना परिसर में संपन्न हुई। बिहार और झारखंड नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के समक्ष चुनाव को पूर्णतया शांति और सुव्यवस्थित संपन्न कराना चुनौती बनी है। बिहार का औरंगाबाद जिले का कुटुंबा, देव व नवीनगर के सीमावर्ती इलाका झारखंड राज्य से सटा है। इलाके में नक्सली घटना को अंजाम देकर एक दूसरे के क्षेत्र में प्रवेश करते रहे हैं। इन सभी बिदुओं पर विचारोपरांत अधिकारी तय करेंगे कि चुनाव के दौरान दोनों राज्य के अधिकारी एक दूसरे के सहयोग में तत्पर रहेंगे। अध्यक्षता पलामू पुलिस कप्तान इंद्रजीत महथा ने की। दौरान औरंगाबाद एसपी दीपक वर्णवाल, गया एसपी राजीव मेहरा, प्रशिक्षु आइपीएस विनीत कुमार, अभियान एसपी अरूण कुमार सिंह, औरंगाबाद एएसपी अभियान राजेश कुमार सिंह, गया के एडिशनल सीओ अनिल शेखावत, सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट अरूणदेव शर्मा, रूपेश कुमार रोहतास एएसपी अभियान दुर्गेश कुमार, एसडीपीओ शंभू कुमार सिंह, पुलिस निरीक्षक वंशनारायण सिंह समेत बिहार-झारखंड के कई अधिकारी बैठक में मौजूद रहे। बैठक में दोनों राज्य के अधिकारियों ने कई अहम मुद्दे पर चर्चा के बाद इस बात पर सहमत हुए कि चुनाव के दौरान दोनों राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र में चेकपोस्ट लगाया जाएगा। चुनाव से 48 घंटे पहले बॉर्डर को सील कर दिया जाएगा। अवैध शराब के कारोबार से लेकर अवैध व बिना दस्तावेज के वाहन पर पुलिस सख्ती बरतेगी।