गांव लौटे श्रमिक खेती बाड़ी का करेंगे कार्य
लॉकडाउन में इस जिले में दूसरे राज्य से अबतक 20 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक और कामगार आ
लॉकडाउन में इस जिले में दूसरे राज्य से अबतक 20 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक और कामगार आ चुके हैं। अबतक श्रमिकों के आने का सिलसिला जारी है। शहर से गांव लौट चुके श्रमिकों एवं किसानों के बीच जिले में समन्वय स्थापित की जा रही है। विभिन्न पंचायतों के पंस सदस्य इस समन्वय को स्थापित कराने में लगे हैं। इसके लिए प्रवासी श्रमिकों एवं किसानों के बीच शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बैठक की जा रही है। बुधवार को देव प्रखंड के पवई गांव में प्रवासी श्रमिकों एवं किसानों के बीच बैठक हुई। प्रमुख प्रतिनिधि संजय पासवान ने यह बैठक कराई। संजय ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों एवं किसानों के बीच खेती को बेहतर तरीके से करने के लिए बेहतर संबंध बनाया जा रहा है। बताया कि प्रखंड के अन्य गांवों में भी यह बैठक की जाएगी। मदनपुर पमुख प्रतिनिधि कुंदन कुमार ने बताया कि राज्य के पूर्व डीजीपी अभयानंद की पहल पर प्रवासी श्रमिकों एवं किसानों के बीच बेहतर संबंध कायम की जा रही है। मदनपुर में अबतक 26 गांवों में प्रवासी श्रमिकों एवं किसानों के बीच बैठक कर स्वस्थ्य को देखते हुए खेती करने को लेकर समन्वय स्थापित की गई है। बताया कि प्रवासी श्रमिकों के गांव आने से अब गांव में ही किसानों को खेती करने के लिए श्रमिक उपलब्ध होंगे। बताया कि आमस प्रखंड के गांवों में भी प्रवासी श्रमिकों एवं किसानों के बीच बैठक कर संबंध को मजबूज की जा रही है।