सशस्त्र लुटेरों ने जेवर दुकान में की लूटपाट
औरंगाबाद। नवीनगर थाना मुख्यालय के वार्ड नंबर सात न्यू एरिया स्थित चित्रकुट अग्रवाल के मकान स्ि
औरंगाबाद। नवीनगर थाना मुख्यालय के वार्ड नंबर सात न्यू एरिया स्थित चित्रकुट अग्रवाल के मकान स्थित कृति जेवर दुकान से बुधवार देर रात्रि सशस्त्र लुटेरों ने नकदी समेत लाखों का समान लूट लिया। लुटेरे जेवर दुकान का शटर तोड़कर अंदर घुसे और दुकान के अंदर काउंटर में रखे नकदी 12 हजार 500 रुपये, करीब 50 ग्राम सोना एवं पांच किलो चांदी लूट ले गए। लुटेरों ने पहले जेवर दुकान के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरा को क्षतिग्रस्त किया और दुकान के अंदर आधे घंटे तक लूटपाट की। इस दुकान में लूट के बाद लुटेरे दुकान से कुछ ही दूरी पर स्थित दूसरे जेवर दुकान का शटर तोड़ रहे थे कि आवाज सुनकर पास के घरों में रहे ग्रामीण जाग गए। उसके बाद ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू किया। ग्रामीणों के शोर मचाने के बाद लुटेरों ने दहशत फैलाने की नियत से फाय¨रग करते हुए चुप रहने की धमकी दी। शोर मचाने पर गोली मारने की धमकी दी। फाय¨रग के बाद ग्रामीणों ने घर के छतों से लुटेरों पर पथराव करने लगे तो लुटेरे ताबड़तोड़ फाय¨रग करते हुए भाग निकले। घटना की सूचना पर सर्किल इंस्पेक्टर अनंत राम, थानाध्यक्ष जीतेंद्र शर्मा, दारोगा रामविनय शर्मा, केडी यादव पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। लुटेरों के द्वारा जेवर दुकान का तोड़े गए शटर को देखा एवं मामले की जांच की। लुटेरों की शिनाख्त के लिए सीआरपीएफ कैंप से खोजी कुत्ता को बुलाया। खोजी कुत्ता के साथ रहे सीआरपीएफ जवानों ने कहा कि घटना के बाद ग्रामीणों के आवागमन के कारण खोजी कुत्ता लुटेरों की शिनाख्त करने में सफल नहीं हो पाई। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों के साथ व्यवसायियों ने गुरुवार सुबह थाना का घेराव किया। सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे। लुटेरों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की। व्यवसायियों ने कहा कि वर्ष 2011 में भी अज्ञात चोरों ने इस दुकान में चोरी की घटना को अंजाम दिया था। घटना के बाद पुलिस घटना का उछ्वेदन करने में असफल रही थी। एक भी चोर नहीं पकड़े गए। थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना लूट की नहीं है बल्कि चोरी की है। चोरों ने जेवर दुकान का ताला तोड़कर घटना को अंजाम दिया है। ग्रामीणों के जग जाने के कारण दहशत फैलाने के लिए फाय¨रग की है। मामले में जेवर दुकान मालिक निरंजन कुमार के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान की जा रही है। गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।