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मदनपुर से हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार

औरंगाबाद । जिला पुलिस व सीआरपीएफ की संयुक्त छापेमारी टीम ने बुधवार को भाकपा माओवादी का हार्डकोर नक्सली महाराणा प्रताप रंजन उर्फ राणा रंजन को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी मदनपुर थाना क्षेत्र के उमगा से लंगुराही गांव की तरफ जंगल में जाने वाली सड़क से की गई है। गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली कासमा थाना क्षेत्र के गम्हारिया गांव का निवासी है। छापेमारी टीम ने गिरफ्तार उसके पास से चीन में पूंजीवादी पुनस्र्थापना वियतनाम का मुक्ति युद्ध काकोरी से नक्सलबाड़ी दिमागी गुलामी दस्तक फिलहाल 75 साल बाद भी से संबंधित नक्सली साहित्य मोबाइल एवं 1500 रुपये नकद बरामद किया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Oct 2021 10:51 PM (IST)Updated: Thu, 21 Oct 2021 10:51 PM (IST)
मदनपुर से हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार

औरंगाबाद । जिला पुलिस व सीआरपीएफ की संयुक्त छापेमारी टीम ने बुधवार को भाकपा माओवादी का हार्डकोर नक्सली महाराणा प्रताप रंजन उर्फ राणा रंजन को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी मदनपुर थाना क्षेत्र के उमगा से लंगुराही गांव की तरफ जंगल में जाने वाली सड़क से की गई है। गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली कासमा थाना क्षेत्र के गम्हारिया गांव का निवासी है। छापेमारी टीम ने गिरफ्तार उसके पास से चीन में पूंजीवादी पुनस्र्थापना, वियतनाम का मुक्ति युद्ध, काकोरी से नक्सलबाड़ी, दिमागी गुलामी, दस्तक, फिलहाल 75 साल बाद भी से संबंधित नक्सली साहित्य, मोबाइल एवं 1500 रुपये नकद बरामद किया है।

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एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली कौन-कौन से नक्सली कांडों में शामिल रहा है, इसकी तहकीकात की जा रही है। वर्तमान में कोई नक्सल कांड में शामिल रहने की बात का पर्दाफाश नहीं किया है। बताया कि गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली का दादा जगदीश यादव उर्फ जगदीश मास्टर भाकपा माओवादी संगठन के पोलित ब्यूरो सदस्य हैं। चाचा बीरेंद्र यादव उर्फ सौरव उर्फ मरकस झारखंड में कुख्यात नक्सली है। उसके ऊपर झारखंड सरकार ने 35 लाख का इनाम घोषित कर रखा है। दादाज गदीश यादव की गिरफ्तारी वर्ष 2011 में हुई थी। गिरफ्तारी के पूर्व बिहार, झारखंड, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़ राज्य में कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहा है। वर्तमान में जेल से छूटने के बाद अपने घर पर रह रहा है और प्रतिदिन मिलने वालों को नक्सल गतिविधियों के बारे में जानकारी देते रहता है। एसपी ने बताया कि दादा के दबाव में महाराणा प्रताप रंजन उर्फ राणा रंजन संगठन के जोनल कमांडर संजीत भुईयां उर्फ सागर से फरवरी 2021 से संपर्क में है। कई बार मोबाइल से दोनों की बात हुई है। उसने मदनपुर थाना क्षेत्र के लंगुराही जंगल में जाकर जोनल कमांडर से मुलाकात भी की। संजीत भुईयां के कहने पर यह नक्सली संगठन में शामिल हुआ है। वर्तमान में यह संगठन के लिए काम कर रहा है। नए युवकों को नक्सली बनाने का काम कर रहा है। नक्सली पोस्टर व साहित्य को एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने का काम करता है। एसपी ने बताया कि जोनल कमांडर संजीत भुईयां के द्वारा दिए गए नक्सली पोस्टर को उसने दादा को दिया है। दादा ने उसे पोस्टर देने के एवज में चार हजार रुपये भी दिए।


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