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लोक संस्कृति को बढ़ावा देने को महोत्सव जरूरी

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : जिउतिया पर्व दाउदनगर की विशिष्ट पहचान है। यह लोक पर्व

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 10:18 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 10:18 PM (IST)
लोक संस्कृति को बढ़ावा देने को महोत्सव जरूरी
लोक संस्कृति को बढ़ावा देने को महोत्सव जरूरी

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : जिउतिया पर्व दाउदनगर की विशिष्ट पहचान है। यह लोक पर्व है, जिसे राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलना चाहिए। नपं के पूर्व मुख्य पार्षद परमानंद प्रसाद ने कहा की इस पर्व की पहचान दिलाने के उद्देश्य से ही मैंने अपने कार्यकाल में वर्ष 2016 में तत्कालीन नगर पंचायत बोर्ड एवं स्टैं¨डग कमिटी की बैठक में जिउतिया लोकोत्सव महोत्सव कराने का निर्णय लिया गया था। महोत्सव कराने का मुख्य उद्देश्य था कि हमारी ऐतिहासिक व सांस्कृतिक विरासत जिउतिया राज्य एवं देश के मानस पटल पर स्थापित हो। कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वर्तमान नगर परिषद द्वारा अभी तक इस दिशा में कोई सार्थक पहल होता नहीं दिख रहा है जिससे स्थानीय लोक कलाकारों एवं शहर वासियों में नाराजगी दिख रही है और वे खुद असमंजस की स्थिति में हैं कि आखिर वर्तमान नगर परिषद बोर्ड इस दिशा में पहल क्यों नहीं कर रही हैं। उन्होंने वर्तमान मुख्य पार्षद एवं सभी वार्ड पार्षदों से आग्रह किया है कि जन भावना का ख्याल रखते हुये इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहर के हित में एवं शहर हित में जिउतिया लोकोत्सव कराने की दिशा में सार्थक पहल करें। विद्यार्थी क्लब के निदेशक चंदन कुमार ने कहा कि जब दो साल पहले नपं ने नकल अभिनय प्रतियोगिता कराया था तब यहां के कलाकारों ने बढ़कर हिस्सा लिया था

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