दोपहर में 12 से चार बजे तक नहीं होगा विकास कार्य
औरंगाबाद। कोरोना संक्रमण के बीच जिले में हीट स्ट्रोक को लेकर डीएम सौरभ जोरवाल ने कार्य योजना तैयार की है। आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा जारी किए गए अलर्ट के बाद डीएम ने अलर्ट जारी किया है।
औरंगाबाद। कोरोना संक्रमण के बीच जिले में हीट स्ट्रोक को लेकर डीएम सौरभ जोरवाल ने कार्य योजना तैयार की है। आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा जारी किए गए अलर्ट के बाद डीएम ने अलर्ट जारी किया है। डीएम ने बताया कि डीडीसी के द्वारा आदेश जारी किया गया है कि भीषण गर्मी को देखते हुए दोपहर 12 बजे से चार बजे तक जिले में कोई भी विकास के कार्य नहीं होंगे। इस समय में श्रमिकों को हीट वेव की चपेट में आने की संभावना बनी रहती है।
डीएम ने गुरुवार को सभी बीडीओ, सीओ, पीएचसी प्रभारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधकों के साथ वीडियो कॉन्फेंसिग की। डीडीसी अंशुल कुमार, एडीएम आशीष कुमार सिन्हा, प्रभारी आपदा प्रबंधन पदाधिकारी फतेह फैयाज, सीएस डॉ. अकरम अली और डीपीएम कुमार मनोज की मौजूदगी में हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए प्रखंडस्तर पर तैयारियों की समीक्षा की।
समीक्षा के दौरान पीएचसी प्रभारियों ने बताया गया कि हीट स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता एवं एसी वार्ड बनाने का कार्य किया जा रहा है। डीपीएम ने बताया कि सीएस कार्यालय से उपलब्ध कराए गए एसी को अबतक नहीं लगाया गया है। डीएम ने सभी पीएचसी प्रभारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधकों को निर्देश दिया कि एक दिन में एससी वार्ड बना लेने का कार्य सुनिश्चित कर लिया जाए। सीएस ने डीएम को बताया कि हीट स्ट्रोक से बचाव को लेकर स्वास्थ्य संस्थान एवं गांव स्तर पर एएनएम एवं आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा 60 वर्ष से अधिक बुजुर्गों की लाइन लिस्ट कराया जा रहा है ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित इलाज की सुविधा उपलब्ध कराया जाए।
डीएम ने बताया कि चार दिन बाद जिलास्तर से एक टीम सभी प्रखंडों में जाएगी और पीएचसी में लगाए गए एसी व हीट स्ट्रोक की तैयारी की जांच करेंगे। जहां तैयारी में लापरवाही देखी जाएगी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पीएचसी से रेफर मरीजों को जिला अस्पताल ले जाने के लिए एसी एंबुलेंस हमेशा तैयार मोड में रखा जाएगा। प्रभारी डीपीआरओ धर्मबीर सिंह मौजूद रहे।