चलने लायक नहीं रहा भरूब-मलवां पथ
औरंगाबाद-पटना पथ के भरूब मोड़ से मलवां पथ की हालत जर्जर हो गई है। सड़क पर उभरे गड्ढों से यात्रियों को
औरंगाबाद-पटना पथ के भरूब मोड़ से मलवां पथ की हालत जर्जर हो गई है। सड़क पर उभरे गड्ढों से यात्रियों को आवागमन में परेशानी होती है। सड़क का अस्तित्व धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहा है। इस सड़क से करीब 50 गांवों के ग्रामीण यात्रा करते हैं। भरूब को खुदवां थाना से जोड़ने वाली यह प्रमुख सड़क है। दो वर्षों से सड़क की स्थिति अत्यंत दयनीय है। बरसात के दिनों में सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाता है। सड़क पर उभरे गड्ढों में पानी भर जाने के कारण आवागमन में परेशानी होती है। बरसात के भय से ग्रामीण सहमे रहते हैं। सांसद, विधायक, जिला पार्षद एवं मुखिया का इस सड़क पर ध्यान नहीं है। इस पथ से प्रतिदिन हजारों की संख्या में ग्रामीण यात्रा करते हैं। सड़क इतनी जर्जर हो गई है कि केवल अस्थिपंजर बचा है। भरूब के मुखिया बृजकिशोर ¨सह, मलवां के उपेंद्र वर्मा एवं महेंद्र ¨सह ने बताया कि बरसात के दिनों में पानी जमा होने से सड़क पर झील का नजारा दिखता है। सड़क बनाने के लेकर कई बार सांसद उपेंद्र कुशवहा से कहा गया फिर भी नहीं बना। मुखिया ने बताया कि मेरे पास इतना फंड नहीं होता है कि मैं सड़क बना सकूं। मेरा ध्यान इस सड़क पर है। पूर्व मुखिया अंबिका पांडेय ने बताया कि जनप्रतिनिधि विकास में रुचि नहीं लेते हैं जिस कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। बरसात से पहले अगर सड़क का मरम्मत नहीं किया गया तो आवागमन बंद हो सकता है।