सदर पीएचसी प्रभारी का वेतन बंद, हटाने का आदेश
औरंगाबाद। समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में शुक्रवार को डीएम राहुल रंजन महिवाल ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्
औरंगाबाद। समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में शुक्रवार को डीएम राहुल रंजन महिवाल ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की। सदर अस्पताल, पीएचसी से लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान सदर पीएचसी व्यवस्था और प्रगति खराब पाया। डीएम ने पीएचसी प्रभारी दिलचंद चौधरी का वेतन बंद करते हुए प्रभारी से हटाने का आदेश सीएस डा. जनार्दन प्रसाद ¨सह को दिया। स्वास्थ्य प्रबंधक से स्पष्टीकरण पूछा है। समीक्षा में सदर अस्पताल की कुव्यवस्था का मामला सामने आया। डीएम ने डीएस डा. राजकुमार को हिदायत देते हुए व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया। सीजेरियन आपरेशन बढ़ाने का आदेश देते हुए कहा कि जो चिकित्सक आपरेशन करने में अपने को असमर्थ बताते हैं उन्हें सदर अस्पताल से हटाने की कार्रवाई करें। 23 से 25 अप्रैल तक चलने वाला ग्राम स्वराज अभियान के तहत चयनित 44 गांवों में प्रतिरक्षण कार्य को मजबूती से करने का निर्देश दिया। डीएम ने रात्रि में अस्पतालों की जांच करने का आदेश देते हुए सातों दिन 24 घंटे की सेवा वाले अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रसव की संख्या बढ़ाने को कहा। कहा कि सरकार जब स्वास्थ्य पर राशि खर्च कर रही है तो आउटपुट भी मिलनी चाहिए। बैठक में मौजूद सीडीपीओ को प्रखंडस्तरीय बैठक में शामिल होने की सख्त हिदायत दी। समीक्षा में पाया कि देव, गोह, हसपुरा, नवीनगर एवं रफीगंज के सीडीपीओ प्रखंडस्तरीय बैठक में शामिल नहीं होते हैं। सीडीपीओ को बैठक में शामिल होने के लिए कड़ी चेतावनी दी गई। शामिल नहीं होने पर डीएम ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बेहतर व्यवस्था के लिए दाउदनगर अस्पताल को कायाकल्प पुरस्कार से सम्मानित किया गया। गोह अस्पताल को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डीएम ने दाउदनगर प्रभारी मनोज कुमार कौशिक एवं प्रबंधक विकास शंकर को दो लाख नगदी एवं मेडल दिया। गोह प्रभारी को 50 हजार नगदी दी गई। डीपीएम कुमार मनोज समेत सभी पीएचसी प्रभारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।