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पुरातात्विक अवशेषों को छुपाने का आरोप

औरंगाबाद। कुटुंबा प्रखंड के कसौटी एवं भरत गांव के तालाब के जीर्णोद्धार में मिले पुरातात्विक अवशेषों को छुपाने का आरोप ग्रामीण लगा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 09:19 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 09:19 PM (IST)
पुरातात्विक अवशेषों को छुपाने का आरोप

औरंगाबाद। कुटुंबा प्रखंड के कसौटी एवं भरत गांव के तालाब के जीर्णोद्धार में मिले पुरातात्विक अवशेषों को छुपाने का आरोप ग्रामीण लगा रहे हैं। कसौटी गांव के ग्रामीणों ने कला संस्कृति मंत्री एवं विधान परिषद सदस्य राजन कुमार सिंह को एक आवेदन सौंप कर यह बात बतायी है। कहा है कि मेल एवं व्हाट्सएप के जरिए आवेदन सौंपा गया है। ग्रामीणों ने कहा है कि प्राचीन ऐतिहासिक तालाब को जल जीवन हरियाली योजना के तहत जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। तालाब खुदाई के दौरान कई पुरातात्विक अवशेष मिले हैं। खुदाई में बड़े-बड़े चौखट, लकड़ी सुरंग प्राचीन काल के ईट दीवारें मिली है। तालाब से 300 मीटर की दूरी पर राजा मटुकी राय के किला का अवशेष गढ़ के रूप में स्थित है। पूर्व में भी मकान निर्माण एवं कृषि कार्य के दौरान कई प्राचीन खंडित मूर्तियां मिली हैं जो अपनी ऐतिहासिकता का प्रमाण देती है। पुरातत्विक विभाग के अधिकारियों द्वारा इसका निरीक्षण किया गया है। ग्रामीणों ने जीर्णोद्धार कार्य करा रहे कार्य एजेंसी द्वारा साक्ष्य छुपाने की बात बताया है। तालाब में मिले सुरंग को बंद करने की भी बात की जा रही है। तालाब के बीच मिला लकड़ी के स्तंभ को चारों ओर से ईंट से जोड़ कर ढका जा रहा है। ग्रामीण सौरभ भारद्वाज, नारायण पासवान, रामाधार ठाकुर, प्रभात कुमार सिन्हा, रामाधार पांडेय, राकेश पांडेय, संतोष पासवान, त्रिवेणी यादव, कृत यादव सहित दर्जनों ग्रामीणों ने इस मामले में उचित कार्रवाई करते हुए पुरातत्व विभाग की देखरेख में जीर्णोद्धार कार्य कराने की मांग की है। इसकी सूचना डीएम को भी दी गई है।

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