दूसरे का जमीन दिखा ठग लिया 1.27 करोड़
दूसरे का जमीन दिखा एक करोड़ 27 लाख रुपये ठगी के मामले में पुलिस अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। एसपी दीपक वर्णवाल ने मामला सत्य पाते हुए
औरंगाबाद। दूसरे का जमीन दिखा एक करोड़ 27 लाख रुपये ठगी के मामले में पुलिस अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। एसपी दीपक वर्णवाल ने मामला सत्य पाते हुए अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है परंतु ओबरा थाना पुलिस चुप बैठी है। बताया जाता है कि रोहतास जिले के इंद्रपुरी थाना के सुजानपुर गांव निवासी संजय सिंह को रिसियप थाना के करेया गांव निवासी मुन्ना कुमार सिंह एवं मुफस्सिल थाना के खैराबिद गांव के संतोष कुमार सिंह ने जाली एकरारनामा दिखा रुपये लिए। बताया कि 65 डिसमिल जमीन जीटी रोड पर बभंडीह के पास सड़क किनारे है। संजय ने अपने गांव का जमीन बेच कई किश्तों में पैसा दिया। दोनों ने स्टांप पेपर पर पैसा लेने के बाद एकरारनामा किया। संजय ने पुलिस को बताया कि जब जमीन लिखाने के लिए दबाव बनाना शुरू किया तो दोनों मुकर गए। बाद में पता चला कि मुन्ना एवं संतोष ने फर्जी कागजात दिखाकर हमसे पैसे की ठगी की है। जीटी रोड किनारे कोई जमीन नहीं है। दोनों ने जमीन लिखने से इंकार किया तो ओबरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पुलिस ने कांड संख्या- 239/18 दर्ज कर मामले की तहकीकात शुरू की तो सच्चाई सामने आया। एसडीपीओ राजकुमार तिवारी ने बताया कि करेया गांव निवासी मुन्ना सिंह ने 34 लाख एवं खैराबिद के संतोष ने स्टांप पेपर पर एकरारनामा कर 64 लाख रुपये लिए है। इसके अलावा एकरारनामा पेपर पर दोनों ने 29 लाख रुपये लिया है। एक करोड़ 27 लाख रुपये गबन का मामला है। मामले में अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है। संजय ने शनिवार को एसपी को आवेदन देकर मुन्ना एवं संतोष को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई है। बताया कि केस समझौता करने के लिए दोनों दबाव बना रहे हैं। 18 जुलाई को औरंगाबाद में मारपीट कर पैसा, पर्स एवं एटीएम छीन लिया है। एसपी दीपक वर्णवाल ने बताया कि फरार चल रहे अभियुक्त गिरफ्तार कर जेल भेजे जाएंगे। अभियुक्तों की गिरफ्तारी न होने की शिकायत संजय सिंह ने की है। कांड के अनुसंधानकर्ता को शीघ्र गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है। गिरफ्तारी न होने पर कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।