रोग से बचाने के लिए टीकाकरण जरूरी
अरवल। प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में मिजलस रुबेला टीकाकरण अभियान को सफल बनाने को लेकर बैठक आयोजित की गई।
अरवल। प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में मिजलस रुबेला टीकाकरण अभियान को सफल बनाने को लेकर बैठक आयोजित की गई। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नंदबिहारी शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मी के अलावे प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। इस मौके पर प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि टीकाकरण अभियान 15 जनवरी से प्रारंभ होगा। इसके तहत नौ माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को टीका लगाया जाएगा। सबसे पहले यह अभियान सरकारी स्कूल तथा मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों से प्रारंभ किया जाएगा। इसके उपरांत ग्रामीण क्षेत्रों में एएनएम तथा आंगनबाड़ी सेविकाओं के सहयोग से टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इस मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि रुबेला एक संक्रामक बीमारी है। गर्भावस्था के दौरान मां पर इस वायरस के प्रभावित होने से गर्भ में पल रहे बच्चे को भी यह बीमारी हो सकती है जिसके कारण बच्चे में दिव्यांगता तथा शारीरिक विकृतियां उत्पन्न हो जाती है। उन्होंने कहा कि यह अभियान आने वाले पीढि़यों को इस खतरनाक बीमारी से बचाएगा। इस मौके पर स्वास्थ्य प्रबंधक अशरफ कमाल ने कहा कि खसरा जानलेवा बीमारी है। इसके कारण कई बच्चों की असमय तक हो गई है। उन्होंने कहा कि प्रखंड क्षेत्र के 40 हजार बच्चों को इस टीका से युक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक में सीडीपीओ कुमारी पूजा,डब्लएचओ के प्रमोद कुमार समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।