साकार नहीं हो पा रहा पंचायत भवन का उद्देश्य
अरवल। सरकार द्वारा पंचायतों को मजबूती प्रदान किए जाने के उद्देश्य से पंचायत सरकार भवन का निर्माण तो किया गया लेकिन इसका सफल संचालन होता नहीं दिख रहा है।
अरवल। सरकार द्वारा पंचायतों को मजबूती प्रदान किए जाने के उद्देश्य से पंचायत सरकार भवन का निर्माण तो किया गया लेकिन इसका सफल संचालन होता नहीं दिख रहा है।
प्रखंड क्षेत्र के तीन पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। लेकिन करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद
पंचायत सरकार भवन उपयोगी सिद्ध नही हो रहा है।
सरकार ने जन कल्याणकारी योजनाओं को सीधे समाज के अंतिम पायदान में खड़े लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से पंचायत मुख्यालय में ही भवन का निर्माण कर कई सरकारी कार्यों को निष्पादित करने का कार्यक्रम बनाई है। परंतु अभी तक इस क्षेत्र में कोई पहल होता नहीं दिख रहा है। जानकारी के अनुसार शहर तेलपा पंचायत में दो साल पूर्व ही भवन का निर्माण कार्य पूरा करा दिया गया तथा परियारी एवं पुरैनिया में 2017 में पंचायत सरकार भवन का निर्माण किया गया। लेकिन उम्मीद के अनुरूप इसमें आज तक संसाधन मुहैया नहीं कराया जा सका। पंचायत सरकार भवन की खिड़की के शीशे टूटने लगे हैं। सरकार द्वारा कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर दी गई है,परंतु कोई कर्मचारी वहां नहीं बैठते । हालांकि पिछले महीने में इन तीनों सरकार भवनों को सरकार द्वारा सार्थक बनाने की कवायद शुरू कर दी गई थी। प्रखंड कार्यालय द्वारा रोस्टर के अनुसार कर्मियों की प्रतिनियुक्ति भी कर दी गई। एक सितंबर से पंचायत स्तरीय कर्मचारी की तैनाती की गई है। ताकि आम जनता को अपने कार्यों के निष्पादन करने में सहूलियत हो सके। शुरुआती दिनों में लोगों को लगा कि अब हम लोगों को प्रखंड मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। परंतु आलम यह है कि इसमें कार्यरत कर्मचारी अपने कार्य के प्रति गंभीर नहीं दिख रहे हैं। क्या कहते हैं प्रखंड विकास पदाधिकारी पूर्व से बने पंचायत सरकार भवन को क्रियाशील बनाने की दिशा में आवश्यक पहल करते हुए पंचायत सरकार भवनो में रोस्टर बार कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। परंतु एक कर्मचारी की प्रतिनियुक्ति एक से अधिक पंचायतों में होने के कारण इस तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है। फिर भी पंचायत सरकार भवन में नियमित कर्मचारी बैठना शुरु कर देंगे।
प्रभाकर कुमार