आम हड़ताल के समर्थन में ट्रेड यूनियन संगठन से जुड़े लोगों ने किया प्रदर्शन
अरवल। ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर दो दिवसीय आम हड़ताल के पहले दिन मंगलवार को विभिन्न संगठनों के लोगों ने जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालयों तक मार्च निकालकर अपना आक्रोश जताया।
अरवल। ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर दो दिवसीय आम हड़ताल के पहले दिन मंगलवार को विभिन्न संगठनों के लोगों ने जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालयों तक मार्च निकालकर अपना आक्रोश जताया। इस कार्यक्रम में वामदलों के लोगों का भी समर्थन हासिल था। इस दौरान जिले के सभी बैंकों में ताले लटके रहे। जिसके कारण कारोबार पर काफी प्रभाव पड़ा। जिला मुख्यालय में सीटू, एटक,इक्टू,आंनवाड़ी सेविका-सहायिका, रसोइया तथा अराजपत्रित कर्मचारी संघ के साथ ही भाकपा माले के लोगों ने सड़क पर मार्च निकालते हुए जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए। शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए यह मार्च प्रखंड कार्यालय पहुंचा जहां सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर भाकपा माले के जिला सचिव महानंद ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के कर्मचारी विरोधी नीति के कारण यह आंदोलन करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सरकार के ताबूत में कील ठोकने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में जो कर्मी दिन रात जुटे रहते हैं उनके हित की रक्षा करने के बजाय सरकार वाजिब मांग भी पूरा नहीं कर पा रही है। मौके पर एक्टू के राज्य कमेटी सदस्य र¨वद्र यादव ने कहा कि रिटायरमेंट के बाद पेंशन की राशि कर्मियों के लिए बड़ा सहारा हुआ करता था लेकिन सरकार ने यह सहारा भी उनलोगों से छिन लिया है। आशा कर्मियों तथा आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका अपने मांग को लेकर आंदोलन कर रही है। सरकार को उनलोगों को सरकारी कर्मचारी घोषित करते हुए 18 हजार रूपए मासिक न्यूनतम मजदूरी देनी चाहिए।इस मौके पर पीयूसीसी के जिलाध्यक्ष अजय शर्मा,इंटक के विरेंद्र प्रसाद, रसोइया संघ के जिला संयोजक कामेश्वर ¨सह, कर्मचारी महासंघ के बच्चु कुमार, आशा कर्मी यूनुस कुमारी, एपवा नेत्री लीला वर्मा, सेविका-सहायिका संघ के अध्यक्ष मीरा कुमारी, सचिव ममता कुमारी, निलम कुमारी, निर्माण मजदूर यूनियन के विजय प्रसाद ¨सह आदि नेताओं ने अपना विचार रखा। इधर कुर्था में आंदोलन के पहले दिन मध्यान भोजन रसोइया संघ ने प्रखंड मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन करते हुए जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए। रसोइया कर्मियों ने बताया कि हमलोग सरकार की योजना में तन मन से काम करते हैं लेकिन मामूली रकम वेतन के रूप में दिया जाता है। इस मौके पर आयोजित सभा को बुधन यादव, ¨बदी देवी, संयोगा देवी, पूजन देवी, शकुंती देवी आदि लोगों ने संबोधित किया। कलेर में भाकपा माले के साथ ही अन्य संगठनों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार से कर्मचारियों के हित में संचालित योजनाओं को क्रियान्वयन करने की मांग की। इस मौके पर भाकपा माले के जितेंद्र यादव, उमेश पासवान, सुरेश प्रसाद, सूरज प्रसाद त्यागी समेत सेविका-सहायिका तथा आशा कर्मी मौजूद थे।