नवोदय विद्यालय की सुरक्षा का उचित इंतजाम नहीं
जवाहर नवोदय विद्यालय अरवल का नया हाईटेक भवन व्यवस्था में चार चांद लगा रहा है।
अरवल। जवाहर नवोदय विद्यालय अरवल का नया हाईटेक भवन व्यवस्था में चार चांद लगा रहा है। लेकिन आबादी से अलग इस विद्यालय में कार्यरत कर्मियों को सुरक्षा की ¨चता भी परेशान करती है। हालात यह है कि इस विद्यालय के आसपास आधे किलोमीटर की दूरी तक कोई गांव भी नहीं है। यह विद्यालय करपी थाना क्षेत्र में होने के कारण थाना मुख्यालय के इसकी दूरी तकरीबन 10 किलोमीटर है। ऐसे में अरवल थाने की पुलिस की रात्रि गश्ती भी इस इलाके में नहीं होती है। सुरक्षा कर्मी के नाम पर विद्यालय में पहले से दो गार्ड कार्यरत थे बाद में शराब की बड़ी खेप की बरामदगी होने के कारण प्रशासन द्वारा भी दो गार्ड की तैनाती की गई है। इसके अलावा अब सीसी कैमरे भी लगा दिए गए हैं। लेकिन इन गार्डो के भरोसे सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी कहीं से भी उचित नहीं है। यहां दो सौ से अधिक छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। कई विद्यालय कर्मी भी आवासीय व्यवस्था के तहत इसी विद्यालय परिसर में रहते हैं। हालात यह है कि शाम होते ही विरान इस इलाके में घोर अंधेरा छा जाता है। जिसके कारण छात्र-छात्राएं और विद्यालय कर्मी असुरक्षा के भाव में रहने को विवश हैं। कुछ महीने पूर्व इस विद्यालय का संचालन जिला मुख्यालय में हुआ करता था। जिला मुख्यालय में होने के बावजूद भी यहां कई घटनाएं घट चुकी थी। ऐसे में इस विरान इलाके में तो तत्कालीन सुरक्षा की कोई व्यवस्था भी नहीं है। परिणामस्वरूप किसी संभावित अनहोनी से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। विभाग की उदासीनता का आलम यह है कि इस महत्वपूर्ण शिक्षण संस्थान में आवश्यक संसाधन उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। 15 एकड़ में बने इस हाईटेक भवन में शैक्षणिक व्यवस्था तो बेहतर कही जा सकती है। लेकिन जहां असुरक्षा का भाव हो वहां मानसिक स्वतंत्रता संभव नहीं है।