पुनपुन नदी में डूबकर ममेरे-फुफेरे भाई की मौत
अरवल। लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत के दौरान शुक्रवार को सवेरे प्रखंड क्षेत्र के दहरपुर ग
अरवल। लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत के दौरान शुक्रवार को सवेरे प्रखंड क्षेत्र के दहरपुर गांव में उस समय मातम का माहौल कायम हो गया जब पंचतीर्थ घाट स्थित पुनपुन नदी में स्नान करने के दौरान डूबकर ममेरे-फुफेरे भाई की मौत हो गई। मां सहित परिवार के अन्य सदस्यों के सामने ही पानी में इन दोनो युवकों को डूब जाने को लेकर वहां हाहाकार मच गया। भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने गई अभिनंदन की मां ने भी अर्घ्य अर्पित करने के पहले ही अपने बेटे को पानी में डूबते देखा। छठ व्रत का सारा कार्यक्रम वहीं स्थगित हो गया और उसमें शामिल होने गए लोग रोने पीटने लगे। जानकारी मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी विवेक कुमार,पुलिस निरीक्षक अवधेश कुमार,वंशी के बीडीओ सौरव कुमार तथा कुर्था के थानाध्यक्ष लक्ष्मी कुमार सुधांशु भी दल बल के साथ वहां पहुंचे। उनलोगों ने पीड़ित परिवार के लोगों को सांत्वना दी। इस घटना की जानकारी मिलते ही पास के ही दहरपुर गांव से भी बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच गए। उनलोगों ने दोनो युवकों को नदी से निकाला और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले गए। हालांकि वहां पहुंचते ही चिकित्सकों ने दोनो को मृत घोषित कर दिया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि दहरपुर गांव में अभिनंदन के घर उसकी मां छठ व्रत कर रही थी। महेंदिया थाना क्षेत्र के लोदीपुर निवासी दिलीप ठाकुर भी अपने मामा राजेश्वर ठाकुर के घर छठ व्रत के अवसर पर आया हुआ था। घर के सभी लोग पंचतीर्थ धाम स्थित पुनपुन घाट पर अर्घ्य अर्पित करने के लिए गए थे। दरअसल अभिनंदन की मां को अर्घ्य अर्पित करना था। वहां पहुंचते ही अभिनंदन तथा उसका फुफेरा भाई दिलीप दोनो स्नान करने के उद्देश्य से नदी में चले गए।इसी बीच दोनो युवक गहरे पानी में चले गए। जब वहां मौजूद लोगों ने दोनो को डूबते देखा तो वे लोग शोर मचाने लगे।वहां मौजूद लोगों ने बताया कि दरअसल पहले एक युवक गहरे पानी में चले जाने के कारण डूबने लगा। दूसरा उसे बचाने के लिए आगे बढ़ा। परिणामस्वरूप वह भी डूब गया। हालांकि वहां मौजूद लोगों ने दोनो को पानी से निकालने में तत्परता दिखाई। लेकिन उनलोगों को बचाया नहीं जा सका। बीडीओ ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सरकारी नियमानुसार मुआवजे दिए जाएंगे।