जल प्रबंधन बिना किसानों को तबाह कर रही पुनपुन
अरवल । जल प्रबंधन का प्रबंध नहीं होने के कारण पुनपुन नदी बरसात में सिर्फ तबाही लाती है।
अरवल । जल प्रबंधन का प्रबंध नहीं होने के कारण पुनपुन नदी बरसात में सिर्फ तबाही लाती है। खरीफ फसल को बर्बाद कर पानी निकल जाता है। रबी फसल के लिए खेत प्यासे रह जाते हैं। हाल के वर्षो में सैंकड़ों एकड़ जमीन बंजर हो गई। किजर पंचायत के किसानों के लिए पुनपुन अभिषाप बनकर रह गया।
बारिश होने के बाद तटीय इलाका जलमग्न हो जाता है। बरसात का पानी संग्रह करने के लिए जो परंपरागत आहर, तालाब, जलाशय थे वह अतिक्रमण का शिकार हो गया। अच्छी बात तो पुनपुन नदी में कमोबेश सालों भर पानी रहता है। सिर्फ जल प्रबंधन की व्यवस्था नहीं होने के कारण किसानों को तबाही का सामना करना पड़ता है। नदी के कटाव को रोकने के लिए आवश्यक पहल के उद्देश्य से ग्रामीण कई बार वरीय अधिकारियों से फरियाद लगा चुके हैं। आश्वासन के बावजूद भी कोई कार्य नहीं हो सका है।
-- पंचायत में तीन करोड़ खर्च -- सात निश्चय योजना के तहत कई गलियां पक्की हुई तो नालियों की भी स्थिति बेहतर हुई है। हर घर नल के जल पहुंचाने की योजना भी कई वार्डों तक पहुंची है। किजर बाजार के मल्ही पट्टी ,परमार पट्टी, चनौरा , नगला तथा सोहसा गांव में पकी नली गली का कार्य तो पूर्ण हो गया है। लेकिन नल से जल टपकने का रफ्तार पंचर हो गया है। मनरेगा योजना से सात करोड़ से इस पंचायत में कई कार्य किए गए है। तीन तालाबों के साथ-साथ थाना भवन के समीप के पोखर का जीर्णोद्धार कराया गया है। पांच साल के अंदर पंचायत में 25 पशु सेड तथा आधा दर्जन संपर्क पथ का भी निर्माण हुआ है। किजर पुनपुन नदी तट पर अवस्थित सूर्य मंदिर घाट की जीर्णोद्धार की मांग वर्षो से स्थानीय लोग कर रहे हैं। लेकिन इसे लेकर कोई पहल अभी तक नहीं हो सका है। नगला महादलित टोले में संचालित प्राथमिक विद्यालय का अब तक अपना भवन नसिव नहीं हो सका है। पंचायत एक नजर में प्लस टू उच्च विद्यालय -1
मध्य विद्यालय - 2
प्राथमिक विद्यालय - 6
भवनहीन स्कूल - 1
पंचायत की आबादी -14000
कुल मतदाता -8365
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गांव का रकबा दिन प्रतिदिन कम होता जा रहा है। पुनपुन नदी के बढ़ते कटाव से खेत नदी में समाहित हो रही है। लेकिन इस समस्या के निदान को लेकर कोई पहल नहीं हो रहा है।
बैजनाथ सिंह
फोटो-30
नल का जल तो पहुंचा है, लेकिन पानी बहुत मुश्किल से हीं मिल पाता है। भूजल स्तर तेजी से नीचे जा रहा है इस बार फिर पेयजल की समस्या कायम होगी।
ओमकार कुमार
फोटो- 31
भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने पुनपुन नदी पर अवस्थित मंदिर में हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। लेकिन घाट व्यवस्थित नहीं है। जिससे खतरे की आशंका बनी रहती है।
मोहन सिंह मलखान
फोटो-34
सोहसा आहर में सुलिश गेट बनाए जाने की मांग हमलोग लंबे समय से कर रहे हैं। लेकिन इस समस्या के निदान नहीं होने से खेतों की सिचाई प्रभावित हो रही है।
जितेंद्र सिंह
फोटो-32
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पंचायत वासियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध हो इसे लेकर मेरे ओर से कार्य में कोई कमी नहीं हो रही है। नदी से कटाव रोकने जैसी समस्या का निदान पंचायत से संभव नहीं है। इसे लेकर जिला प्रशासन को पहल करनी चाहिए। सिचाई तथा जल संरक्षण के उद्देश्य से मनरेगा योजना से कई कार्य भी कराए गए हैं।
जूली देवी
फोटो-33