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अग्रिम योजना बनाएं, दो हजार प्रवासी आएंगे 28 तक

अरवल जिले में 28 मई तक करीब दो हजार प्रवासी विभिन्न प्रदेशों से आ सकते हैं। एहतियात के तौर पर अग्रिम प्लान तैयार कर लें ताकि आवासन वेलकम किट और भोजन-नाश्ता में कमी नहीं हो।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 09:45 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 09:45 PM (IST)
अग्रिम योजना बनाएं, दो हजार प्रवासी आएंगे 28 तक

अरवल : जिले में 28 मई तक करीब दो हजार प्रवासी विभिन्न प्रदेशों से आ सकते हैं। एहतियात के तौर पर अग्रिम प्लान तैयार कर लें ताकि आवासन, वेलकम किट और भोजन-नाश्ता में कमी नहीं हो। जिलाधिकारी रविशंकर चौधरी ने मंगलवार को जिले के सभी अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से निर्देश दिया।

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डीएम ने बताया कि प्रवासियों की दैनिक आगमन औसत 500 से 600 है। सभी को वेलकम किट देना है जिसमें बाल्टी, मग, दरी, मच्छरदानी, साबुन और तौलिया के साथ लूंगी और महिलाओं बच्चों के कपड़े शामिल हैं। बीडीओ को निर्देश दिया कि श्रमिकों का पंजीयन सुनिश्चित करें ताकि उन्हें समय से योजनाओं का लाभ मिल सके।

सभी क्वारंटाइन सेंटर के प्रभारी को वैसे लोगों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया जिन्होंने 14 दिनों का समय बीता लिया है। जिन लोगों को क्वारंटाइन सेंटर से छुट्टी देना है उनका बैंक खाता नंबर अपडेट करें ताकि उन्हें दी जाने वाली राशि किराया और अन्य मद में 1000 रुपये और किराया भुगतान किया जा सके। डीएम ने कहा कि खाद्यान्न की आवश्यकता का आकलन कर अग्रिम भंडारण का प्रबंध करें ताकि प्रवासियों को क्वारंटाइन सेंटर में भोजन मिलता रहे।

स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि क्वारंटाइन सेंटर और ट्रांजिट प्वांइंट पर सतत स्वास्थ्य जांच और सैंपल एकत्र करने का प्रबंध रखें। अगले 28 मई तक प्रवासियों की भारी संख्या में आगमन की संभावना है। प्रवासियों की अनुमानित संख्या के अनुसार सभी विभाग अग्रिम इंतजाम करें। यदि जरूरत हो तो क्वारंटाइन सेंटर बढ़ाने का प्रस्ताव दें ताकि जरूरी इंतजाम समय रहते किया जा सके।

जिले में आने वाले प्रवासियों में रेड जोन और ग्रीन जोन के रूप में क्वारंटाइन करना है। रेड जोन में देश के 16 शहर हैं। ऐसे शहर से आने वालों को संस्थागत क्वारंटाइन किया जाएगा। जो ग्रीन जोन वाले शहर से आ रहे हैं उन्हें होम क्वारंटाइन का विकल्प दिया गया है। होम क्वारंटाइन के लिए भेजने से पहले हर हाल में उनके अभिभावक संकल्प पत्र भरेंगे कि उनके पास क्वारंटाइन के लिए पर्याप्त जगह है। मुखिया, वार्ड सदस्य, आंगनबाड़ी सेविका, आशा कार्यकर्ता और चौकीदार सतत निगरानी रखेंगे ताकि होम क्वारंटाइन के बजाए भीड़ में नहीं जाएं।

जिले के सभी सीओ और बीडीओ को निर्देश दिया गया कि क्वारंटाइन सेंटर के साथ हाट-बाजार पर नजर रखें ताकि लोग शारीरिक दूरी का पालन करें। मास्क लगाकर ही लोग घर से बाहर निकलें इसकी निगरानी करने का निर्देश दिया गया।


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