नहर के अंतिम छोर तक पहुंचाएं पानी
समाहरणालय के कार्यालय परिसर में सोमवार को जिलाधिकारी सतीश कुमार ¨सह की अध्यक्षता।
अरवल। समाहरणालय के कार्यालय परिसर में सोमवार को जिलाधिकारी सतीश कुमार ¨सह की अध्यक्षता में आपदा से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि ¨सचाई के लिए एक रोस्टर तैयार करें, जहां ¨सचाई की आवश्यकता है। ¨सचाई के लिए अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने का निर्देश कार्यपालक अभीयंता, नहर प्रमंडल को दिया गया। डीएम ने कहा कि धान की ¨सचाई की आवश्यकता मुख्यत: रोपनी, सोहनी एवं गाभा के समय है। इस पर कार्यपालक अभियंता ने बताया कि धान की ¨सचाई की आवश्यकता सितंबर के अंतिम सप्ताह एवं अक्टूबर के प्रथम सप्ताह तक होती है।
सामान्य वर्षापात वर्ष 2017 की वास्तविक वर्षापात जुलाई माह का 304.28 था, जबकि 2018 में 268 एमएम है। वर्षापात का जुलाई माह में 66.20 एमएम फीसद है। सामान्य से वर्षापात में कमी -136.82 एम एम है, जबकि वर्षापात में कमी -33.80 फीसद है। जिले में खरीफ फसल का लक्ष्य 46,960 हेक्टेयर था, जो 9,677 हेक्टेयर पूर्ण किया गया, जिसका 20.61 फीसद है। धान के अच्छादन का लक्ष्य 44,000 हेक्टेयर था, जिसे 8,741 हेक्टेयर पूर्ण किया गया।
डीएम ने कहा कि कृषि फिडबैक का कार्य पूर्ण करें। बंद पड़े नलकूप को शीघ्र दुरूस्त कर चालू करें। सभी खराब चापाकल को बनाने का निर्देश लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को दिया गया। 489 खराब चापाकल की मरम्मती की गई है। शेष खराब चापाकल की मरम्मती का कार्य चल रहा है। सविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि दवा का भंडारण भरपूर मात्रा में उपलब्ध रखें, कहीं भी दवाई की कमी नहीं होनी चाहिए। कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि किसानों का अबतक कुल पंजीकरण 705 किया गया है, जिनमें पुरूष की संख्या 562 एवं महिलाओं की संख्या 143 है। डीएम ने पशुपालन विभाग को निर्देश दिया कि पशुचारा एवं दवाई की पूर्ण व्यवस्था रखें।
बैठक में उप विकास आयुक्त राजेश कुमार के साथ साथ अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।