कोरोना वायरस को लेकर बढ़ गई है चुनौती
अररिया। सदर अस्पताल परिसर में मंगलवार को 10 से अधिक कार्यरत नर्स द्वारा केक काटकर अंतरर
अररिया। सदर अस्पताल परिसर में मंगलवार को 10 से अधिक कार्यरत नर्स द्वारा केक काटकर अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया गया। इस अवसर पर केयर इंडिया के सदस्यों और अस्पताल कर्मियों द्वारा भी इनका उत्साहवर्धन किया गया। सिस्टर मनीषा की नेतृत्व में सबसे पहले केक काटकर मौजूद लोगों को खिलाया गया। बाद में मौजूद नर्स द्वारा भी अपने-अपने विचार भी रखें गए। विचार रखते हुए कई वर्षों से सदर अस्पताल में अपनी सेवा दे रही नर्स मनीषा ने कहा कि कोरोना के इस काल में हमलोगों का काम और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है। नर्स न केवल मरीज के बाहरी जख्मों पर ही बल्कि उसके अंदरूनी जख्मों पर भी मरहम लगाती है। ऐसी मदद की जरूरत मरीज को तब और ज्यादा महसूस होती है जब उसे बताया जाता है कि उसे कोई जानलेवा बीमारी है या वह कुछ ही दिनों का मेहमान है। रोगी के लिए एक नर्स को मां भी बनना पड़ता है। कोरोना के इस आफतकाल में नर्सो की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। आप समझ सकते है कि जब कोई मरीज को पता चलता है कि वो कोरोना जैसे भयंकर संक्रमण रोग का शिकार हो गया है तो उसकी मनोदशा कैसी होती है या फिर जब किसी व्यक्ति को अपने परिवार, बच्चों से दूर आइसोलेशन वार्ड में रखा जाता है तो वो मानसिक अवसाद के किस दौर से गुजरता है। ऐसे सभी लोगों को संभालने की जिम्मेदारी वहां पर कार्यरत नर्स की होती है। नर्से न केवल देखभाल करती है बल्कि भर्ती संक्रमित मरीजों और संदिग्ध को मानसिक रूप से मजबूत बनाने का भी कार्य करती है। मौके पर अस्पताल मैनेजर विकास आंनद द्वारा कह गया कि नर्स का काम जिम्मेदारी भरा और चुनोतिपूर्ण होता है। मुझे खुशी है कि सदर अस्पताल में कार्यरत नर्स बखुबी इस जिम्मेदारी को निभा रही है। मोके पर डॉ. बीके झा , सिस्टर माला, सिस्टर गीता और केयर इंडिया के सदस्य मौजूद थे।