मांगों के समर्थन में आशा ने किया प्रदर्शन
अररिया। मांगों के समर्थन में आशा संयुक्त संघर्ष मंच के बैनर तले आशा ने गुरुवार को समाहरण्
अररिया। मांगों के समर्थन में आशा संयुक्त संघर्ष मंच के बैनर तले आशा ने गुरुवार को समाहरणालय परिसर में प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम से मांग पत्र डीएम को सौंपा। इससे पहले सभी आशा कार्यकर्ता व फैसिलिटेटर समाहरणालय परिसर स्थित पेंशनर भवन में पहुंचे। धरना प्रदर्शन विचार-विमर्श करने के उपरांत जुलूस के सकल में चांदनी चौक होते हुए समाहरणालय पहुंचकर मांग पत्र सौंपा। इस दौरान सरकार के विरोध में नारेबाजी भी की।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि एक दिसंबर 2018 से सात जनवरी 2019 तक मांगों के समर्थन में आशा व आशा-फैसिलिटेटरों ने हड़ताल की थी। सरकार से 17 बिदुओं पर सहमति बनी थी। इसके बाद हड़ताल समाप्त हुई थी। लेकिन अबतक उन बिदुओं को अमलीजामा नहीं पहनाया गया। सरकार ने प्रत्येक माह आशा को एक हजार रुपये, सर्वे रजिस्टर तैयार करने पर दो हजार प्रति माह मानदेय, मानदेय व प्रोत्साहन राशि ससमय भुगतान करने सहित अन्य बिदुओं पर सहमति दी थी। लेकिन एक वर्ष बाद भी उक्त सहमति के सभी बिदुओं का पालन नहीं किया गया है। इतना ही नहीं प्रोत्साहन राशि लेने में कमीशनखोरी व भ्रष्टाचारी व्याप्त है। विरोध करने पर आशा व आशा फैसिलिटेटर को परेशान व प्रताड़ित किया जाता है। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय स्तर के विभागीय अधिकारियों पर कई अन्य गंभीर आरोप लगाया। कहा कि सरकार यदि उनकी मांगे पूरी नहीं करती है तो विधानसभा का घेराव व अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए विवश होंगे। प्रदर्शन करने वालों में किरण झा, प्रभा देवी, कुरैसा खातून, कंचन वर्मा, अमरूण निशां, वीणा देवी, सीमा खातून सहित विभिन्न प्रखंडों की आशा कार्यकर्ता शामिल थीं।