बच्चों का लालन-पालन सबसे कठिन काम
अररिया। सेविका और सहायिकाओं की हड़ताल के चलते 19 जनवरी को अन्नप्राशन दिवस का आयोजन ि
अररिया। सेविका और सहायिकाओं की हड़ताल के चलते 19 जनवरी को अन्नप्राशन दिवस का आयोजन जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में नहीं किया गया था। इस उपलक्ष्य में मंगलवार को जिले के प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों में विशेष अन्नप्राशन दिवस मनाया गया जिसमें पुरुषों को भी शामिल हुए। बताया गया कि बच्चों का लालन-पालन सबसे कठिन काम है। इससे आसान नहीं है पूरे परिवार के लिए खाना बनाना। यह दोनों काम महिलाएं सदियों से कर रहीं हैं लेकिन इसे काम माना ही नहीं जाता। पुरुष समाज को इसका एहसास कराने के लिए आज विशेष अन्नप्राशन दिवस का आयोजन किया गया है। यह जानकारी एलएस परमजीत सार्थी ने दी। वे मंगलवार को अररिया प्रखंड के पैकटोला ग्राम पंचायत स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 131, मिर्जापुर में विशेष आमंत्रित महिलाएं, पुरुष, आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं को संबोधित कर रही थीं। वहीं, आंगनबाड़ी केंद्रों पर अन्नप्राशन दिवस मनाने के बाद संकुल के सभी आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं की गोष्ठी मध्य विद्यालय मिर्जापुर स्कूल में हुई जिसमें परिवार नियोजन पखवारा, रूबेला-खसरा टीकाकरण, बीमार नवजात शिशु की पहचान कैसे होगी, के अलावा लेखा संधारण की भी जानकारी दी गई। कार्यक्रम को सफल बनाने में मो. आजाद उर्फ कैशर आजाद, बीबी आफरीन, दरखशा परवीन, बीबी रेहाना परवीन, कौशर जहां, तरन्नुम हिना आदि ने प्रमुख भूमिका निभाई।