मृतक के परिजनों को मिले 25 लाख मुआवजा व सरकारी नौकरी: डॉ प्रेम
अररिया। राज्य सरकार मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी उपलब्ध करा
अररिया। राज्य सरकार मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा व सरकारी नौकरी उपलब्ध कराए। यह बात शुक्रवार को रहड़िया बरदा टोला में नेता प्रतिपक्ष डॉ.प्रेम कुमार ने कहीं। वे गुरुवार को दोहरे हत्याकांड में मारे गए कमलेश्वरी ऋषि के परिजनों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने रहड़िया की घटना को प्रशासनिक विफलता का परिणाम बताया और साफ कहा कि सीओ व अंचलकर्मियों की मिलीभगत से ही रहड़िया में भू-विवाद की घटना घटी है। अगर प्रशासन सजग होता तो यह घटना नहीं घटती।
मृतक की पत्नी रेखा देवी ने नेता प्रतिपक्ष को घटना की विस्तृत जानकारी दी और कहा कि स्थानीय प्रशासन की मिली भगत से ही घटना को अंजाम दिया गया। घटना के वक्त रानीगंज पुलिस नहीं पहुंचती तो कई और हत्याएं होती।
नेता प्रतिपक्ष ने पीड़ितों को बताया कि भाजपा उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित है। पूरे मामले से सरकार को अवगत करवाया जाएगा। सरकार से ठोस आश्वासन नहीं मिला तो मामले को विधानसभा में उठाया जाएगा।
सूबे में व्यापक रूप से सुलग रहा भूमि विवाद
--डॉ.प्रेम कुमार ने कहा कि पूरा सूबा में भू-विवाद से सुलग रहा है। इसकी जद में कमजोर वर्ग के लोग ही आ रहे है। सरकार भूमि-विवादों के निष्पादन में रुचि नहीं दिखा रही है। जबकि बिहार के हर क्षेत्र में विवाद गहराता जा रहा है। सरकार को चाहिए कि वह भूविवादों के निबटारे की कारगर व्यवस्था करे, अन्यथा भाजपा इस मसले पर सरकार को घेरेगी ।
मौके पर भाजपा विधायक विजय मंडल व मनचन केसरी, जिलाध्यक्ष चन्द्रशेखर ¨सह बब्बन, अंत्योदय प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष नारायण झा, पूर्व सांसद प्रदीप ¨सह, पूर्व जिलाध्यक्ष आलोक कुमार भगत, पूर्व विधायक आनंदी यादव व परमानंद ऋषिदेव, जयरानी यादव, वीणा यादव, कृष्ण कुमार सेनानी, युवामोर्चा जिलाध्यक्ष सितेश ठाकुर, राजा मिश्रा, जिप सदस्य दिव्यप्रकाश यादवेन्दु , नीलम देवी, विमल ¨सह, प्रखंड भाजपा अध्यक्ष अशोक ¨सह सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि एक जनवरी को सत्यनारायण यादव व कमलेश्वरी ऋषि को उनके गांव से उठा लिया गया था। दोनों का शव दो जनवरी को पुलिस ने बरामद किया था।
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पूरा सूबा में भू-विवाद से सुलग रहा है। इसकी जद में कमजोर वर्ग के लोग ही आ रहे है। सरकार भूमि-विवादों के निष्पादन में रुचि नहीं दिखा रही है