जोकीहाट उपचुनाव रिजल्ट: कायम रहा तस्लीमुद्दीन परिवार का जादू
जोकीहाट उपचुनाव में राजद की जीत हुई है। इस सीट पर शुरु से ही मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के परिवार का दबदबा रहा है और आज भी तस्लीमुद्दीन परिवार का जादू बरकरार है।
अररिया [जेेएनएन]। जदयू विधायक सरफराज के त्यागपत्र से रिक्त हुई जोकीहाट विधानसभा सीट पर सरफराज के छोटे भाई राजद उम्मीदवार शाहनवाज की 42,225 मतों से विजय मिली है। इस विधानसभा क्षेत्र में अब तक हुए चुनावों में नौ बार तस्लीमुद्दीन के परिवार का कब्जा रहा और यह दसवां मौका है जब इस परिवार के किसी सदस्य ने इस सीट पर जीत हासिल की है।
उल्लेखनीय है कि शाहनवाज आलम पूर्व गृह राज्य मंत्री, अररिया , पूर्णिया व किशनगंज से सांसद रहे स्वर्गीय तस्लीमउद्दीन के सबसे छोटे पुत्र हैं। उन्हें पहले ही चुनाव में सफलता मिली है। गौरतलब है जोकीहाट विधानसभा सीट शाहनवाज की पैतृक सीट है, जहां से उनके पिता तस्लीमुद्दीन कभी चुनाव नहीं हारे थे।
स्वर्गीय तस्लीमु्द्दीन जोकीहाट विधानसभा सीट से छह बार विधायक चुने गए थे। इस पैतृक सीट पर इससे पहले उनके बड़े पुत्र सरफराज आलम का कब्जा था। वे जदयू के विधायक थे। तस्लीम के निधन से सितंबर में रिक्त हुई लोकसभा सीट के उपचुनाव में बड़े पुत्र सरफराज आलम राजद से सांसद चुने गए और उनकी खाली सीट पर राजद उम्मीदवार के रूप में शाहनवाज 31मई 2018 को विधायक चुने गए हैं।
अररिया जिले के जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र का गठन 1969 में हुआ था। तब से अब तक यहां 14 बार विधानसभा के चुनाव हो चुके हैं। पांच बार खुद मोहम्मद तस्लीमुद्दीन विधायक चुने गए जबकि चार बार उनके बेटे सरफराज ने भी जीत दर्ज की।
तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद इस सीट पर उनके परिवार के सदस्य को मिलने वाली जीत पर सवाल खड़े हो रहे थे, जिसे उनके छोटे बेटे ने जीत कर अपने विरोधियों को जवाब दे दिया है।