साहित्यकार बालकृष्ण ने लिखें है 300 से अधिक निबंध
साहित्यकार बालकृष्ण भट्ट की जयंती मनाई संसू, फारबिसगंज (अररिया): द्विजदेनी स्मारक उच्च
अररिया। द्विजदेनी स्मारक उच्च विद्यालय के प्रांगण और इन्द्रधनुष साहित्य परिषद् के तत्वाधान में साहित्यकार बालकृष्ण भट्ट की जयंती कर्नल अजित दत्त की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसका संचालन संस्था के संस्थापक विनोद कुमार तिवारी ने किया। वक्ताओं में संवदिया के प्रधान संपादक मांगन मिश्र Þमार्तण्ड, बाल साहित्यकार हेमंत यादव शशि, युवा कवि राजू कुमार विधार्थी, नागेश्वर प्रसाद मधुप, विजय बंसल, केदार नाथ कर्ण, हर्ष नारायण दास आदि साहित्यकारो ने कहा कि
-- गद्य प्रधान कविता के जनक माने जाने वाले भारतेन्दु युग के साहित्यकार भट्ट निबंधकार और पत्रकार भी थे। इनका जन्म 3 जून 1844 को इलाहाबाद में हुआ था। 32 वर्षो तक हिन्दी प्रदीप के संपादक रहे भट्ट ने 300 से अधिक निबंध लिखने के आलावा कहानियां, उपान्यास और नाटक भी लिखें। वक्ताओं ने उनकी प्रमुख रचनाओं साहित्य सुमन, सौ अजान एक सुजान, चंद्रसेन, स्वयंवर, पद्मावती आदि पर भी संक्षिप्त प्रकाश डाला। इस मौके पर राजनारायण प्रसाद, अर¨वद कुमार ठाकुर, कीत्र्यानंद राय, शिव नारायण चौधरी, सुरेन्द्र चंद्र शाही, सुरेन्द्र प्रसाद मंडल, धीरेन्द्र कुमार, सुनील दास सहित दर्जनों साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।