पांच वर्ष बाद घरेलू ¨हसा के दर्ज हुए सबसे कम मामले
अररिया। महिला हेल्प लाइन में घरेलू ¨हसा संबंधित आवेदनों में भारी कमी आई है। पिछले पांच
अररिया। महिला हेल्प लाइन में घरेलू ¨हसा संबंधित आवेदनों में भारी कमी आई है। पिछले पांच सालों में अररिया जिले का घरेलू ¨हसा के दर्ज मामले इसके गवाह हैं। वहीं,कोर्ट में महिलाओं से संबंधित पांच हजार मामलें दायर हैं।
महिला हेल्प लाइन के सूत्रों के अनुसार केवल 2013-14 में घरेलू ¨हसा के ग्राफ में वृद्धि दर्ज की गई है। इस वर्ष कुल 71 महिलाएं परिजनों द्वारा प्रताड़ित की गईं थी। वहीं सबसे कम प्रताड़ना के मामले 2017-18 में सामने आए हैं। इस वर्ष केवल 52 मामले सामने आए हैं। वहीं, 2014-15 में 61 वाद दर्ज कराए गए थे। 2015-16 में 54 और 2016-17 में 66 वाद दर्ज कराए गए थे। वहीं, अधिवक्ता विष्णु कांत झा ने बताया कि महिलाएं आज भी प्रताड़ित हो रही हैं। पारिवारिक कलह के चलते अररिया प्रखंड की बीबी चांदनी को खर्च देने का निर्णय कोर्ट से हो चुका है लेकिन आदेश का अनुपालन पति असफाक द्वारा नहीं किया जा रहा हैं।
-कोट- शराबबंदी के चलते ही 2017-18 में महिला प्रताड़ना के वाद कम आए हैं। यह बहुत बड़ा सामाजिक परिवर्तन है। -मधुलता कुमारी, महिला प्रवेक्षिका महिला विकास निगम अररिया। -कोट-
महिला के प्रति घरेलू ¨हसा में साल दर साल कमी आ रही हैं। परिवार को जागरूक करने की मुहिम महिला थाना की पुलिस भी चला रही है।
-अतुलेश कुमार ¨सह, थानाध्यक्ष महिला थाना अररिया। --कोट-
धुनिकीकरण के कारण घरेलू ¨हसा बढ़ रही है। इस समय कोर्ट में करीब पांच हजार से ज्यादा केस महिला प्रताड़ना से संबंधित चल रहे हैं। जल्दी न्याय मिलने से महिला प्रताड़ना के मामले में भारी कमी आएगी।
-संगीता कुमारी, अधिवक्ता, अररिया।