डेढ़ दशक पहले हुआ था अनाज घोटाला, नहीं हुई रिकवरी
अररिया। काम के बदले अनाज योजना का खाद्यान्न का मामला फिर चर्चा में है। लगभग 15 वर्ष पूर्व जिले के
अररिया। काम के बदले अनाज योजना का खाद्यान्न का मामला फिर चर्चा में है। लगभग 15 वर्ष पूर्व जिले के 369 डीलरों के पास 15 करोड़ रुपये मूल्य का 1.13 लाख ¨क्वटल खाद्यान्न गोल-मोल हुआ था। वहीं,11 डीलरों के पास उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश है। इस बाबत डीडीसी ने शेष बचे हुए डीलरों पर कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया है। जानकारी के मुताबिक 15 करोड़ रुपये मूल्य के अनाज को गोलमाल करने के मामले में
जिला प्रशासन द्वारा डेढ़ दशक के अंदर 369 डीलरों में पांच के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है, जबकि 50 पर सर्टिफिकेट केस दर्ज किया गया और करीब 15 लाख की वसूली की गई है। यह जानकारी प्रशासनिक रिपोर्ट में देते हुए बताया गया है कि नरपतगंज प्रखंड में घोटालेबाज डीलरों की संख्या सबसे अधिक 114 है। वहीं सबसे बड़ा खाद्यान्न घोटाला 31.166.29 ¨क्वटल का घोटाला किया गया था।
-कोट-
- 50 डीलरों पर सर्टिफिकेट केस दायर किया गया है। लगभग 15 लाख रुपये की वसूली डीलरों से की गई है। फिर से निर्देश जारी किया गया है। सभी बीडीओ गबन मामले की जांच करके कार्रवाई करेंगे।
-इनामुलहक अंसारी, डीडीसी अररिया। -इनसेट-
-प्रखंड- बकाएदार डीलरों अवशेष खाद्यान्न (¨क्वटल में)।
- अररिया - 15, 16852.910
-जोकीहाट- 17- 1173
-पलासी- 23 -2001.770
-सिकटी- 23-4907.180
-कुर्सकांटा-19-8462.750,
-रानीगंज- 52-11326.090
-फारबिसगंज-46- 31166.290,
-नरपतगंज-114-15561.850
-भरगामा- 08 - 16