नवाबगंज अस्पताल में जेनरेटर ऑपरेटर देता है मरीजों को दवा
अररिया। प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज में चिकित्सक नहीं है। मरीजों को जनरेटर ऑपर
अररिया। प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज में चिकित्सक नहीं है। मरीजों को जनरेटर ऑपरेटर दवाई देता है। इतना ही नहीं ऑपरेटर मरीजों की इंट्री भी करता है। अस्पताल परिसर में कूड़ा- कचरा एवं कीचड़ जमा हो गया है। अस्पताल में पदस्थापित आयुष चिकित्सक डॉ. पीके गुप्ता शुक्रवार को मौजूद नहीं थे। दर्जनों मरीजों ने बताया कि चिकित्सक पीके गुप्ता आने वाले हैं। उन्हीं का इंतजार कर रह हैं। वहीं, सूत्रों ने बताया कि सरकारी फ्रिज में सब्जी रखी जाती है। रोगियों के बैठने के लिए टीवी रूम में खाना बनता है। अस्पताल परिसर में कचरे का अंबार लगा है। जब मोबाइल पर स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. पीके गुप्ता से मौजूदा हालत के बारे में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि वह नरपतगंज पीएचसी में ड्यूटी पर हैं। इसलिए फुलकाहा आने में विलंब होगा।
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मरीजों के परिजनों में आक्रोश ग्रामीणों संतोष साह ने बताया कि सरकार चिकित्सा के नाम पर लाखों रुपये खर्च कर रही है, ¨कतु व्यवस्था नहीं दिख रही है। चिकित्सक और कर्मियों के अभाव में मरीज बदहाल हैं। बबलू ¨सह ने बताया कि जहां सरकार स्वच्छता अभियान में अपनी पूरी व्यवस्था झोंक दी है, वही बेहतर स्वास्थ्य की कामना लिए अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को सुविधाओं नही मिल रही हैं। पूरा परिसर में कचरे से भरा पड़ा है। अरुण ¨सह ने बताया कि अस्पताल में सुविधाएं मुहैया कराने के लिए आंदोलन करना होगा। मो. समीम राजा बताते हैं कि कम से तीन डॉक्टरों की स्थापना होनी चाहिए। एक फार्मासिस्ट भी जरूरी है। भारत- नेपाल सीमा पर अवस्थित फुलकाहा बाजार का यह उप स्वास्थ्य केंद्र ही गरीब रोगियों के लिए एक मात्र विकल्प है।
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-प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज का निरीक्षण किया जाएगा। जिले में भी डॉक्टर का अभाव है। कुल 190 चिकित्सक की जरूरत है लेकिन 48 डॉक्टर ही मौजूद हैं। फार्मासिस्ट का भी अभाव है। अन्य सुविधाओं सहित साफ-सफाई में लापरवही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। -डॉ रामाधार चौधरी, सिविल सर्जन, अररिया।