पुल का ध्वस्त एप्रोच उम्मीदों पर फेरा पानी
अररिया। वर्षों से रानी पुल के टूटे रहने के कारण एबीएम सिकटी सड़क पर आवागमन बाधित र
अररिया। वर्षों से रानी पुल के टूटे रहने के कारण एबीएम सिकटी सड़क पर आवागमन बाधित रहा है, लेकिन दशकों बाद बैरगाछी पुल बन जाने से बकरा पार के इलाके की जो आवागमन सुविधा बहाल होने की उम्मीद जगी थी वह गत बाढ़ ने बैरगाछी के दूसरे पुल की एप्रोच काट उम्मीदों पर पानी फेर दिया । काफी जद्दोजहद के बाद इस सड़क पर बैरगाछी से फरासुत के बीच तीन पक्के पुल का निर्माण किया गया था। लेकिन पूर्व में बाढ़ खंडित सड़कों के कारण इन पुलों के एप्रोच पर शुरु से ही खतरे के बादल मंडरा थे। जो इस बाढ़ में बर्बाद होने से इस सड़क को महत्वहीन बनाकर रख दिया। यूं तो रानी पूल के टुटने के बाद नदी के दक्षिण भाग सिकटी सहित अन्य भागों की आबादी मदनपुर होकर जिला मुख्यालय तक आसानी से पहुंच जाते थे, लेकिन इस बाढ़ में बैरगाछी के नवनिर्मित पुल के एप्रोच ध्वस्त हो जाने से चार पहिए वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद हो गया। किसी तरह पैदल सहित दो पहिया वाहन ही चल पाते हैं। कभी सीमा सड़क तो कभी प्रधानमंत्री सड़क के नाम नेताओं के कितने शिलापट्ट लगाए गए लेकिन मुकम्मल सड़क कभी नहीं बन पायी। वोट की राजनीति में यहां के लोग हमेशा ठगाते रहे। राज्य से लेकर केंद्र तक यहां से जीते लोगों ने सत्ता सुख भोगा लेकिन किसी ने आमजन के दर्द को नही समझा। बहरहाल सामरिक ²ष्टि से महत्वपूर्ण भारत नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा से जुड़ा इस सड़क को किसी उद्धारक की तलाश है।