चौरा परवाहा मवि. में 1075 छात्र नामांकित, स्कूल में मिले एक शिक्षक और 10 विद्यार्थी --आन द स्पांट-
फोटो 19 एआरआर- 558 से 562 ----------------------------- -भय के साये में जी रहे हैं मध्य
फोटो 19 एआरआर- 558 से 562
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-भय के साये में जी रहे हैं मध्य विद्यालय विस्टोरिरया के शिक्षक
-प्रदेश के श्रेष्ठ स्कूलों में शुमार मिर्जापुर मध्य विद्यालय बदहाल
-अधिकांश स्कूलों के प्रधानाध्यापक कार्यालय से रहते हैं गायब
-निजी क्षेत्र के विद्यालयों गरीब बच्चे रहते हैं शत-प्रतिशत मौजूद
-सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति अधिकतम 50 फीसद
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दुर्केश ¨सह
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जागरण संवाददाता, अररिया: फारबिसगंज प्रखंड के मध्य विद्यालय चौरा परवाहा( उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय) में 1075 विद्यार्थी नामांकित हैं। सोमवार को दोपहर बाद दो बजे स्कूल में सहायक महिला शिक्षक तबस्सुम मौजूद थीं और केवल 10 बच्चे जिनकी कांपी वे जांच रही थीं उन्होंने बताया कि वे कक्षा पांच की क्लास टीचर हैं। प्रधानाध्यापक विद्या देवी बैंक गई हुईं हैं। बच्चे आज नहीं आए हैं। विद्यालय में 1,075 विद्यार्थी नामांकित हैं और चार शिक्षक कार्यरत हैं। दो अन्य शिक्षक दोपहर का खाना खाने घर गए हुए हैं। वहीं, 11:40 बजे रानीगंज प्रखंड के मध्य विद्यालय विस्टोरिया में प्रधानाध्यापक अहिल्या देवी सहित पांच शिक्षक मौजूद थे। इस स्कूल में 400 बच्चे नामांकित है लेकिन उपस्थित मुश्किल से 25 बच्चों की थी। इ, मौके अहिल्या देवी रोने लगती हैं। वे बताती हैं जबरन चेक पर हस्ताक्षर करवा लिया जाता है। कोई साथ नहीं दे रहा है। डीएम से मिलकर शिकायत की हूं लेकिन शिक्षा समिति की ही सुनी जा रही है। दो वर्ष नौकरी बची है। मेरा यहां से स्थानांतरण करा दीजिए अन्यथा जीते जी मर जाऊंगी। 28-30 वर्ष की नौकरी में ऐसा दिन मैं कभी नहीं देखी हूं। यही हाल सहायक शिक्षकों की भी थी। फारबिसगंज प्रखंड का मध्य विद्यालय परवाहा में 12: 58 बजे विशेष सफाई देखने को मिली। गैर सिलेंडर पर खाना भी बन रहा था लेकिन प्रधानाध्यापक कविता देवी मौजूद नहीं थीं। अन्य सहायक शिक्षक बच्चों को मिड डे मील खिलाने की तैयारी कर रहे थे। कुल सात सौ बच्चों में केवल 175 विद्यार्थी मौजूद थे। प्राथमिक विद्यालय सिमराहा में 3:8 बजे लगभग सौ बच्चे मौजूद थे। सात शिक्षकों में पांच शिक्षक मौके पर पढ़ा रहे थे। प्रधानाध्यापक स्कूल में नहीं थे। शिक्षकों ने बताया कि वे अस्वस्थ हैं। प्राथमिक विद्यालय रहिकापुर में 3:38 बजे केवल प्रधानाध्यापक महेश्वर ऋषिदेव मौजूद थे। उन्होंने बताया कि तीन शिक्षक अवकाश पर हैं। अधिकांश बच्चे एनएच पार करके आते-जाते हैं। इसलिए दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। एनएच के किनारे होने पर भी स्कूल में चारदीवारी नहीं है। मौके पर स्कूल में लगभग 20 बच्चे मौजूद थे
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32 वर्ग कक्ष में 18 का भवन जर्जर
-प्रदेश में किसी समय श्रेष्ठ दो मध्य विद्यालयों में शुमार फारबिसगंज प्रखंड का आदर्श मध्य विद्यालय मिर्जापुर लगभग दो एकड़ में स्थित है। यह अब उत्क्रमित हाई स्कूल है। इसके परिसर में स्थित 32 वर्ग कक्ष में से 18 जर्जर हालात में है। पांच दशक पहले 1970 बना दो मंजिला वर्ग कक्ष किसी भी समय ध्वस्त हो सकता है। इस भवन में किसी समय छह वर्ग कक्ष का संचालन होता था। यही हालात अन्य 12 वर्ग कक्ष की भी है। फिलहाल इन जर्जर भवनों में वर्ग कक्ष का संचालन नहीं हो रहा है। वहीं, 12:7 बजे स्कूल में लकड़ी के चूल्हे पर खाना बन रहा था। शिक्षकों ने बताया कि 20 दिन से यह हालात है। चार गैस सिलेंडर है जो खाली पड़ा हुआ है। प्रधानाध्यापक पांच फरवरी को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। मौके पर कुल 530 बच्चों में से 190 विद्यार्थी मौजूद थे। गौरतलब है कि रसोईया को विगत छह माह से मानदेय नहीं मिला है।
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मेरे स्कूल में गरीबों के 27 बच्चे पढ़ रहे हैं। सरकार द्वारा प्रति छात्र 6,433 रुपये शिक्षक शुल्क प्रति वर्ष अदा किया जा रहा है। सभी बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थित रहती है। इसकी जांच कोई भी अधिकारी किसी भी समय कर सकते हैं।
-संजीव कुमार, निदेशक, आर्या मिशन स्कूल, मानिकपुर।