स्क्रू पाइल ब्रिज जर्जर होने से आवागमन में कठिनाई
अररिया। पलासी प्रखंड को सिकटी से जोड़ने वाली सिकटी बिलायतीबाड़ी पथ मे पड़रिया घोड़ा चौ
अररिया। पलासी प्रखंड को सिकटी से जोड़ने वाली सिकटी बिलायतीबाड़ी पथ मे पड़रिया घोड़ा चौक से आगे बना स्क्रु पाइल ब्रिज के जर्जर हो जाने से आवागमन मे काफी कठिनाई होती रही है। इस दशकों पूर्व बने पुल जो काफी जर्जर अवस्था में है व इस रास्ते से जान जोखिम में डाल कर बाइक सवार अपने बाइक को पार करते हैं। वर्षो से इस पुल पर छोटे मझोले व बड़े वाहनों का आवागमन बाधित है पुल की जर्जर हालत अपने हाले दास्तां बया करती है। पूर्व में भी इस पुल के मरम्मत के नाम पर सरकारी राशि का बंदरबांट हुआ है।एक बार फिर इसके मरम्मत के अनूठे तरीके से लोग हतप्रभ है।पुल के टूटे फर्श पे जर्जर पुराने छड़ पर ढलाई का प्रयास किया गया है। आज तक इस कि सुधि लेने वाला कोई नही है।हाल के दिनों इस पूल के मरम्मत का कार्य को देखकर लोगो के बीच कोतुहल का विषय बन गया है।एम एल सी प्रतिनिधि मो. खुर्शीद आलम व ग्रामीण सुजीत साह, मो. लुकमान, मो. अयूब सहित दर्जनों लोगो ने बताया कि पूर्व में भी इस जर्जर पूल के मरम्मति के नाम पर लाखों के वारे न्यारे हो गए परंतु यह पुल आम लोगो के आवागमन के लिए बाधित ही रहा ,पुन: एक बार फिर इस जर्जर पूल के मरम्मत्ती के नामपर राशि की बंदरबांट होगी पूल के क्षतिग्रस्त भाग में संवेदक द्वारा पुराने टूटे सरिये पर बोरी में मिट्टी भर कर उसपर डाल कर उस पर पुन: ढलाई का काम किया जा रहा है यह कितना कारगर साबित होगा यह तो आनेवाल समय ही बताएगा।इस बाबत आरडब्लूडी के सहायक अभियंता का कहना है की इस पुल के मरम्मत के लिए सरकार से कोई फंड नही मिला है,बिलायती बाड़ी सिकटी पथ का आरडब्लूडी टू द्वारा अधिग्रहित किया गया है परंतु लॉक डॉउन के कारण इस पर कार्यवाही आगे नही बढ़ सकी है, परंतु ग्रामीणों के विशेष अनुरोध पर यह मरम्मत कराया जा रहा है। पूल के नीचे काफी पानी है इस कारण उस क्षतिग्रस्त सरिया को ही सेंट्रिग मान कर उस पर बोरी में मिट्टी भर कर समतल करते हुए उसपर ढलाई कर दिया गया है ताकि दोपहिया, तीन पहिया व हल्के वाहनों के परिचालन शुरू हो सके।विभाग की जो भी दलील हो लेकिन इसकी मरम्मत के बाद भी इस पर आवागमन मे वाहनों के दुर्घटना ग्रस्त होने की संभावना बनी हुई है।