Move to Jagran APP

शोक सभा का हुआ आयोजन

महान शायर व डिस्ट्रिक्ट जज •ाुबैरुल हसन के लिए शोक सभा आयोजित । संसू अररिया सेवानिवृत्त ि

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Feb 2021 12:03 AM (IST)Updated: Thu, 25 Feb 2021 12:10 AM (IST)
शोक सभा का हुआ आयोजन
शोक सभा का हुआ आयोजन

महान शायर व डिस्ट्रिक्ट जज •ाुबैरुल हसन के लिए शोक सभा आयोजित ।

loksabha election banner

संसू अररिया: सेवानिवृत्त जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश व जिला के महान साहित्यकार •ाुबैरुल हसन गाफिल की याद में एक शोक सभा का आयोजन उनके काफी करीबी मित्र व शायर डॉ. सालिक आजम के आवास पर मंगलवार की शाम आयोजित की गई। अंजुमन साहित्यिक संस्था अररिया द्वारा आयोजित इस शोक सभा मे मुख्य अतिथि के रुप में उर्दू फारसी और अरबी के महान शायर मु मुजीब कासिमी शामिल हुए । शोक सभा की अध्यक्षता डॉ. सालिक आजम ने की। शोक सभा में अररिया के लगभग सभी लेखक ,साहित्यकार और कवि शामिल थे। मौके पर मौजूद सभी शायरों ने कहा कि •ाुबैरुल हसन की मौत से अररिया एक बड़ी अदबी सख्सियत से महरूम हो गया। रजी अहमद तन्हा ने कहा कि •ाुबैरुल हसन एक ओर जहां न्याय के मामले में जज की भूमिका में अपनी •िाम्मेदारी निभाई वहीं वो राष्ट्रीय स्तर के लेखक और शायर के रूप में अपनी पहचान बनाई। वो नज्म ,हम्द और ़गजल के बेहतरीन शायर के साथ साथ एक नेक इंसान भी थे। उनकी सादगी आज भी सबो की •ाुबान पर है। दीन रे•ा अख्तर ने कहा कि अदबी सर•ामीं अररिया को उनकी मौत से काफी नुकसान हुआ है। तारिक इब्न शाकिब ने कहा •ाुबैरुल हसन तंज व म•ाह के बेहतरीन शायर थे। उन्होंने उर्दू अदब की सरपरस्ती की। आरिफ इकबाल ने कहा •ाुबैर साहब संजीदा और मजाहिया शायरी के साथ साथ एक जबरदस्त तंकित निगार भी थे। वो सबों की दिलो में बसते थे। यही वजह है कि उन्होंने काफी इज्जत पाई। अब्दुल गनी ने बताया कि उनकी पहली शायरी मजमुआ अजनबी शहर ने काफी लोकप्रियता पाई। मरहूम जुबैर साहब चाहते थे कि बिरादरी के भेदभाव से ऊपर उठकर शेखरा, कुलहैया ,शेख और अंसारी में आपस में शादी विवाह होनी चाहिए। जिससे बिरादरीवाद ,जातिवाद खत्म होगा। मौके पर डॉ एसआर झा, शाहजहां नदवी ,मौलाना शाहिद आदिल ,अशफाक आलम ,परवे•ा आलम ,मसीह सा•ाी ,अरशद हसन, फरमान अली फरमान ,मास्टर हलीमुद्दीन ,अहसन आलम के अलावा शहर के नामचीन शायर व कहानीकार इस शोक सभा मे मौजूद थे। शोक सभा के बाद स्थानीय शायरों द्वारा उनकी याद में एक शाम ़गा़िफल के नाम से दूसरे सत्र में किया गया। कार्यक्रम का संचालन शायर एसएच मासूम ने की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.