अशिक्षित ड्राइवरों भी बन रहे हादसे का करण
अररिया। वाहन चालकों के लिए अनिवार्य प्राथमिक आवश्यक योग्यता का निर्धारण समय की जरूरत है।
अररिया। वाहन चालकों के लिए अनिवार्य प्राथमिक आवश्यक योग्यता का निर्धारण समय की जरूरत है। यह बात नगर पंचायत जोगबनी की अध्यक्षा अनीता देवी ने कहीं। उन्होंने बताया कि जोगबनी नगर पंचायत से होकर प्रतिदिन एक हजार से अधिक ट्रक चालक गुजरते हैं जिनमें से सभी को पास ड्राइ¨वग लाइसेंस होते हैं लेकिन शिक्षा कम होने के चलते ओवरटेक करके पूरे शहर को जाम में तब्दील कर देते हैं। इसलिए ड्राइ¨वग लाइसेंस निर्गत करते समय, विशेषकर बड़े कामर्शियल वाहनों के ड्राइवरों को लाइसेंस देते समय उन्हें जाम से कैसे निजात पाएं, इसकी जानकारी अवश्य देनी चाहिए या इस बाबत जानकारी होने पर ही लाइसेंस निर्गत करना चाहिए। ड्राइवर की सेवा आज की सबसे महत्वपूर्ण सेवा मानी जाती है, इसके बावजूद इन्हें दैनिक मजूदरों के बराबर ही वेतन का भुगतान किया जा रहा है। सरकार को ड्राइवर का वेतन कम से कम 25 हजार रुपये कर देना चाहिए। इससे पढ़े-लिखे युवक इस तरफ आकर्षित होंगे। वेतन निर्धारण किए बिना भी ड्राइ¨वग लाइसेंस की न्यूनतम शिक्षा कम से कम हाईस्कूल कर देना समाचीन होगी। यातायात नियमों के बारे में शतप्रतिशत सजगता से जाम और हादसे में भारी कमी लाई जा सकती है। वहीं जिला परिवहन पदाधिकारी सबल कुमार ने बताया कि गति पर रफ्तार लगाकर सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। इसके लिए अररिया जिला में स्पीड ब्रेकर गवर्नर लगाने का लगातार अभियान चल रहा है। जाप जिलाध्यक्ष ¨प्रस विक्टर ने कहा कि वाहन चलाते वक्त नींद या झपकी आने की नौबत क्यों न आने दें, इसका चालकों को विशेष ध्यान देना चाहिए। वहीं, सरकार को नियम बनाना चाहिए कि आठ घंटे वाहन चलाने के बाद बड़े वाहनों का चालक बदल देना( एक ट्रक पर दो चालक) चाहिए। क्योंकि थकावट भी झपकी का आने का एक मुख्य कारण है। दो महीने पहले एनएच 57 पर फारबिसगंज में राजद नेता बबलू सहित चार लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। इसका प्रमुख कारण था कि वे लोग ड्राइवर को लेकर बहादुरगंज से पटना के लिए चले थे। पटना में लालू प्रसाद यादव के बेटे की बारात में शामिल हुए। वहां से रात को 12 बजे बहादुरगंज के लिए निकल पड़े और फारबिसगंज में ड्राइवर की आंख झपकते ही स्कॉर्पियो एक लेन से दूसरे पर डिवाइडर को तोड़ते हुए सामने से आ रही ट्रक के चपेट में आ गई और चार लोगों को आन स्पाट मौत हो गई। साथ ही उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय मोबाइल फोन और हेड फोन के इस्तेमाल से बचना चाहिए। समय की मांग है कि यातायात नियम को और कड़ा बनाया जाए और उसका सख्ती से अनुपालन कराया जाए।