चांदनी चौक इलाके में अतिक्रमण से व्यापार हो रहा चौपट
अररिया। जिला मुख्यालय स्थित चांदनी चौक अररिया शहर का मुख्य बाजार है और सबसे व्यस्त भी। वैसे
अररिया। जिला मुख्यालय स्थित चांदनी चौक अररिया शहर का मुख्य बाजार है और सबसे व्यस्त भी। वैसे तो ये बाजार काफी पुराना है मगर 1990 में जब अररिया, पूर्णिया से अलग होकर स्वतंत्र जिले के रूप में अस्तित्व में आया तो इस बाजार की महत्व बढ़ता चला गया। यह बाजार समृद्ध होने की ओर अग्रसर है मगर, व्यवस्थित नहीं है। जिसका मुख्य कारण कारण दिन प्रतिदिन बढ़ रहा अतिक्रमण है। चांदनी चौक से गुदरी और जीरो माइल जाने वाली सड़क गंदगी कीचड़ में तब्दील दिखी। व्यवसायी भी परेशान दिखे। सड़क के दोनों किनारों पर फुटकर विक्रेता अपनी दुकान लगाए हुए थे और रही सही कसर ऑटो चालकों पूरी कर रहे थे। वहीं फुटकर विक्रेता भी अव्यवस्था से परेशान दिखे। कई फुटकर विक्रेता यह कहते हुए दिखे कि बड़े पैमाने पर पुटपाथ पर व्यवसाय हो रहा है। बाजार में दुकान नहीं मिल रही है। मगर जगह की कमी के कारण वे मजबूरन सड़क पर दुकान लगा रहे हैं। आधा से भी ज्यादा हिस्से में स्थाई दुकानदारों का कब्जा है। सड़क पर आटों का कब्जा है। पुटपाथ पर यात्रियों का कब्जा है। जिससे कभी- कभी तो हालत ये हो जाती है कि मार्केट में पैदल चलने तक कि भी जगह नहीं होती है। हम लोग 20 साल से यहां कपड़ा का व्यवसाय कर रहे हैं। सड़क जाम की समस्या बढ़ती चली जा रही है। अतिक्रमण से परेशान हैं। बगल के दुकानदार और फुटकर विक्रेता सामने में ही सड़क पर ही दुकान लगा लेते हैं जिससे हमारी दुकान ही नजर नहीं आती। जिस कारण ग्राहक काफी घट गए हैं और आमदनी काफी घट गई है। व्यवसाय को भी और बढ़ाना चाहते हैं मगर जगह का ही अभाव है और सरकारी स्तर से दुकान आवंटन के लिए भी कोई जगह खाली नहीं है। -नामित चंद्र जैन, व्यवसायी बाजार चांदनी चौक से काली मंदिर और करीब जीरो माइल तक फैला है मगर, बड़ी दुकानों की जरूरत है। अगर नगर परिषद या अन्य के द्वारा मार्केट कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराया जाता तो सबके लिए बहुत अच्छा होता और बहुत सारे कंपनी का ब्रांच भी जिला मुख्यालय में खुल जाता। अभी जगह के अभाव में ही बहुत सारी कंपनियों के केयर सेंटर जिला मुख्यालय में नहीं है। मो. इमरान, व्यवसायी
आज से 10 साल पहले जब चांदनी चौक पर बिजनेस प्रारंभ किया था। तब ऐसी स्थिति नहीं थी, मगर अब बरसात के मौसम में कीचड़ से नारकीय स्थिति हो जाती है जिससे बाजार में पैदल चलने लायक भी नहीं रह जाता जिसका सीधा प्रभाव बिजनेस पर भी पड़ता है। ऑटो के लिए पार्किंग स्थल नहीं रहने से बीच बाजार में या इधर उधर गाड़ी लोग लगा देते हैं, जिससे और बुरी स्थिति बन जाती है। महमूद आलम, व्यवसायी
--कोट--- अभी जो जेल की जमीन है, उस पर नगर परिषद द्वारा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस मार्केट कॉम्प्लेक्स का निर्माण का प्रस्ताव है लेकिन उक्त भूमि गृह मंत्रालय का है। इस बाबत मुख्यमंत्री के स्तर से सकारात्मक जबाव आया है। भूमि नप को देने की स्वीकृति के बाद उक्त जमीन पर बिग बाजार का निर्माण किया जाएगा -- रितेश राय, नप अध्यक्ष अररिया।