दवा लूट मामले में छानबीन शुरू, पुलिस को एक लुटेरा गिरोह पर शक
संवाद सूत्र फुलकाहा (अररिया) एसी कंटेनर चालक से एक करोड़ सात लाख रुपये की दवा लूट
संवाद सूत्र, फुलकाहा (अररिया):
एसी कंटेनर चालक से एक करोड़ सात लाख रुपये की दवा लूट के मामले में शनिवार की देर शाम उत्तर प्रदेश फर्रुखाबाद निवासी ट्रक चालक हकीमुद्दीन के बयान पर नरपतगंज थाने में कांड संख्या 45/ 2021 दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। नरपतगंज थानाध्यक्ष एमए हैदरी के मुताबिक फारबिसगंज के सिमराहा थाना क्षेत्र एवं नरपतगंज थाना क्षेत्र के बीच कहीं पर एसी कंटेनर एमएच 04 जेके/ 7594 से दवा खाली कर कहीं सुरक्षित स्थान पर अपराधियों द्वारा दवा रखा गया होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस चारों तरफ जाल बिछा रखी है। यदि इस क्षेत्र में कहीं दवा छुपाया गया होगा तो शीघ्र हीं बरामद कर लिया जाएगा। पीड़ित चालक हकीमुद्दीन ने पुलिस को बताया कि एक दर्जन के करीब अपराधियों ने फारबिसगंज के सिमराहा थाना क्षेत्र में फोरलेन एनएच 57 सड़क मार्ग में बुधवार की रात घेरकर मारपीट करने लगा और हाथ पैर बांध कर कुछ रंग के पिकअप वाहन में बैठाकर मुजफ्फरपुर की ओर ले गया और फिर दरभंगा के निकट मधुबनी जिले के क्षेत्र में छोड़ दिया। लूटे गए वाहन नरपतगंज थाना क्षेत्र के गढि़या गांव में लावारिस अवस्था में मिली है। बताते चलें कि सनफार्मा कंपनी की 351 कार्टून दवा की लूट हुई है। पुलिस को पूरा शक है कि दवा इसी क्षेत्र में कहीं छुपाया गया है। चालक ने बताया कि दवा सिलीगुड़ी में लॉड किया गया था जिसे गाजियाबाद होते हुए पंजाब के जीरकपुर में अनलॉड किया जाना था। पुलिस सूत्रों की माने तो इस अपराध में उसी गिरोह का हाथ हो सकता है जो आए दिन फोरलेन एनएच 57 मार्ग में चाइनीज मटर, गोल मिर्च, इलायची आदि की ट्रक को सड़क मार्ग में हीं लूट लेते हैं। इसमें एक गिरोह का नाम भी चर्चा में है यदि उस गिरोह के किसी सदस्य को पकड़कर सख्ती से पूछताछ किया जाए तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं। बाहरहाल सभी पुलिस अनुसंधान के परिणाम की ओर नजर टिकाए हुए हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2018 के दिसंबर में अररिया आरएस थाना क्षेत्र में टोयोटा इनोवा पर सवार सशस्त्र अपराधियों ने फोरलेन एनएच 57 सड़क मार्ग में सनफार्मा कंपनी की हीं लगभग दो करोड़ की दवा कंटेनर चालक से लूट की थी। विगत कुछ वर्षों में अररिया फारबिसगंज एवं नरपतगंज के बीच फोरलेन पर इसी तरह कई व्यापारियों एवं व्यवसायियों के करोड़ों के माल उड़ाए गए हैं। यदि पुराने घटनाओं को जोड़कर देखा जाय तो ताजा मामले के खुलासे में पुलिस का काम आसान हो सकता है। वहीं लूट की घटना के तीन दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। इस घटना की जांच शनिवार को पूर्णिया प्रक्षेत्र के आईजी सुरेश कुमार चौधरी भी जांच किये लेकिन कुछ नहीं निकला।