कुप्रथा को समाप्त करने के लिए जागरूकता जरूरी : विधायक
अररिया। संगीत और कला एक माध्यम है समाज में परिवर्तन लाने का । दहेज प्रथा, बाल विवाह जैसे समाजि
अररिया। संगीत और कला एक माध्यम है समाज में परिवर्तन लाने का । दहेज प्रथा, बाल विवाह जैसे समाजिक कुरीतियों को समाप्त करने में यह माध्यम भी कारगर सिद्ध होगा। दैनिक जागरण समाचार पत्र भी इसमें अहम भूमिका निभा रहा है । लोक शिक्षा समिति अररिया के कला जत्था द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जिस प्रकार गांव-गांव में घूमकर आम लोगों को झकझोरने का काम किया जा रहा है, वह प्रशंसनीय है। इस कुप्रथा को समाप्त करने के लिए सरकार भी कटिबद्ध है । दहेज प्रथा के कारण अक्सर भयावह घटनाएं घटित हो रही हैं । केवल कानून बनाने से नही बल्कि आम लोगों को जागरूक करने से ही इसे खत्म किया जा सकता है। यह बातें सिकटी विधायक विजय कुमार मण्डल ने रविवार को नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम में लोगों के बीच कही । जय मां लक्ष्मी स्टेडियम में लोक शिक्षा समिति अररिया के कला जत्था के द्वारा Þबहादुर बेटियांÞ का मंचन किया गया । इस कला जत्था की प्रस्तुति को लोगों ने खूब सराहना की । इस मौके पर जीप सदस्य बैद्यनाथ मिश्र ने कहा कि समाज से इस कुरीतियों को समाप्त करने के लिए सरकार की यह अच्छी पहल है ।इसे सफल बनाने में समाज के बुद्धिजीवियों, जनप्रतिनिधियों, को आगे आना होगा। वहीं रहटमिना पंचायत के मुखिया शंभु मण्डल ने कहा कि आज दहेज के खिलाफ आवाज गांव- गांव में गूंज रही है । जागरूकता अभियान का लोग स्वागत कर रहे हैं। हम सबको मिलकर इस सामाजिक कुरीतियों को खत्म करना होगा ।