नेपाल के नये पीएम से बढ़ी आस, बढ़ेगी रिश्ते की मिठास
संसू जोगबनी (अररिया) भारत- नेपाल पड़ोसी राष्ट्र ही नहीं हैं बल्कि दोनों देशों में रोटी-
संसू, जोगबनी (अररिया): भारत- नेपाल पड़ोसी राष्ट्र ही नहीं हैं, बल्कि दोनों देशों में रोटी-बेटी का भी संबंध है। इस कारण दोनों के बीच अटूट रिश्ता है। बीच में नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के चीन की ओर झुकाव ने भारत-नेपाल के बीच कटूता ला दी थी। यही कारण है कि कोरोना के नाम पर 18 माह से भारत नेपाल सीमा बंद होने के कारण दोनों ओर से आम नागरिकों की आवाजाही नहीं के बराबर है। सभी लोग सीमा खुलने का बेसब्री के साथ इंतजार कर रहे हैं लेकिन नेपाल में सत्ता परिवर्तन के बाद नए प्रधानमंत्री के तौर पर शेरबहादुर देवुआ के कमान संभालते ही बंद सीमा खुलने तथा संबंधों में मधुरता आने के कयास लगाए जाने शुरू हो गए हैं। वर्तमान प्रधानमंत्री को लोग भारत समर्थक मान रहे हैं। साथ ही सभी दलों ने भी भारत के साथ मिलकर नेपाल के विकास के लिए काम करने की बात कही है। इस संबंध में माओवादी सांसद शिवकुमार मंडल ने भारत के साथ नेपाल के विकास में काम करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि नेपाल की वर्तमान सरकार की रणनीति भी यही है कि भारत के साथ पूर्व की तरह ही अच्छे सबंध रहे, जैसा कि पूर्व में था। उन्होंने कहा कि भारत नेपाल के बीच पड़ोसी देश ही नहीं उससे पहले रिश्तेदारी है लेकिन ओली सरकार ने इस रिश्तेदारी में कटुता ला दी थी। जिस कारण उन्हें जाना पडा। वर्तमान सरकार को समर्थन भी भारत के साथ अच्छे संबंध को लेकर दिया गया है। वैसे भी हमारे प्रधानमंत्री भारत के साथ मधुर संबंध के हिमायती हैं। भारत का पूरजोर समर्थन करने वाला एवं मधेश की हक के लिए सदा संघर्षशील मधेशी पार्टी के सांसद राजेंद्र महतो ने कहा कि वर्तमान प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत के साथ पूर्व से भी अच्छे सबंध होंगे। तराई क्षेत्र के लोगों का भी बंद सीमा जल्द खुलने की आस जगी है। भारतीय राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेश महासचिव खूशबू दूबे ने कहा कि भारत नेपाल के बीच हाल में जो कटुता आई थी, वह समाप्त हो चुकी है। वर्तमान प्रधानमंत्री देबुआ भारत के साथ मिलकर नेपाल के विकास को आगे बढाएंगे। इनके प्रधानमंत्री बनते ही सीमावर्ती दोनों ओर जश्न का माहौल है। नेपाली कांग्रेस के जिला सदस्य राजेश गुप्ता ने कहा कि वर्तमान प्रधानमंत्री सुलझे हुए हैं। इनके नेतृत्व में नेपाल के विकास के साथ-साथ भारत के साथ राजनीतिक एवं कूटनीतिक प्रयास सफल होगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही बंद भारत नेपाल सीमा भी खुलेगी और फिर से रोटी-बेटी का संबध प्रगाढ़ होगा।