संतोष के बच्चे कर रहे थे पापा के लौटने का इंतजार
संसू कुर्साकांटा (अररिया ) लक्ष्मीपुर महेशखूंट के मजदूर संतोष की जम्मू में सड़क हादसे में
संसू, कुर्साकांटा (अररिया ) लक्ष्मीपुर महेशखूंट के मजदूर संतोष की जम्मू में सड़क हादसे में हुई मौत के बाद उनके घर अब भी मातमी सन्नाटा पसरा है । छोटे छोटे मासूम बच्चे इस बात से हैरान हैं कि उनके घर इतने लोग क्यों आ जा रहे हैं। बच्चे इंतजार कर रहे थे कि उनके पापा आएंगे। सबके जुबान पर बस यही है कि अब कैसे होगा इस परिवार का गुजारा । कौन करेगा इन बच्चों का परवरिश । संतोष अपने टूटे फूटे घर को ठीक करने का मन बनाकर एक माह पूर्व मजदूरी करने जम्मू चला गया। उसे कहां पता था कि घर को वह ठीक तो क्या करेगा बल्कि पूरे परिवार को बेसहारा कर जाएगा। परिवार के लोगों को मोबइल फोन से उसने सूचना दी थी कि वह घर आ रहा है सबके चेहरे पर खुशी छा गयी। बच्चों को भी पता चला कि पापा आ रहे हैं । उनके लिए नये कपड़े लाएंगे । पांच वर्षीय छोटी बच्ची शिवानी जब तोतली बोली में मां से पूछती है मां पापा मेले ले की आने । मां कलेजे से उसे सटाकर फफक फफक कर रोने लगती है। वहां खड़े सभी की आंखें तब भर आती है। उस अबोध बच्ची को यह कहने का साहस किसी में नहीं की उसे बताए कि तुम्हारा पापा अब कभी लौटकर नहीं आने वाला है । ज्ञात हो कि कुर्साकांटा प्रखंड के लक्ष्मीपुर पंचायत के महेशखूंट निवासी रतिलाल सिंह का पुत्र संतोष सिंह जम्मू से घर लौट रहा था । जम्मू से राबड़ी शहर जिला करनाल हरियाणा में आकर बस पर चढ़ा। उत्तरप्रदेश के लखनऊ बाराबंकी के निकट मंगलवार की रात एक बजे खड़ी बस में एक ट्रक ने जोरदार ठोकर मार दी । इस घटना में बस पर सवार 18 मजदूरों के साथ सनंतोष की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी।