कैदियों को राजयोग के माध्यम से बताया गया चरित्रवान बनने की कला
सूत्र.आरएस(अररिया) अररिया आरएस मंडल कारा में रविवार को ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्ववि
सूत्र.,आरएस(अररिया): अररिया आरएस मंडल कारा में रविवार को ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा कैदियों के बीच राजयोग के माध्यम से जीवन में परिवर्तन लाकर श्रेष्ठ चरित्रवान बनने की कला बतलाई गई। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करने के लिए माउंट आबू राजस्थान से आए भगवान भाई ने कैदियों को अनेक ज्ञानवर्धक बातें अपने संबोधन में बतलाया। भगवान भाई ने कहा कि जिस प्रकार बीज से पौधा निकलने में, वृक्ष बनने में तथा फल लगने में समय लगता है उसी प्रकार हमारे कर्म रूपी बीज का फल हमें अवश्य प्राप्त होता है। इसीलिए यदि हम अपने भविष्य को सुनहरा एवं सुख शांति से संपन्न करना चाहते हैं तो, हमें औरों को भी खुशी और सुख देकर कर्मों के श्रेष्ठ बीज बोने चाहिए। यदि हम कर्म के इस सिद्धांत को समझ जाएं तो हमारा जीवन खुशनुमा बन जाएगा उन्होंने कहा कि काम, क्रोध, लोभ,अहंकार आदि मनोविकार हमारे दुश्मन हैं। इन पर हमें जीत पाना है। कैदियों से उन्होंने कहा कि अब जीवन में परिवर्तन लाकर हमें सिर्फ चरित्रवान बनने का लक्ष्य रखना है। तब जाकर कारागृह आपके लिए सुधार गृह साबित होगा। उन्होंने जियो और जीने दो का संदेश देकर कहा कि आज के दिन सभी कैदी भाइयों से व्यसन, नशा, बुराई और अनेक कुरीतियों से भी स्वतंत्र बनने के लिए प्रतिज्ञाएं दिलवाया। और उन्हें अच्छा इंसान बनने की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय अररिया आरएस की संचालिका बीके उर्मिला बहन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। सहायक जेल अधीक्षक प्रमोद दास ने ब्रह्मकुमारीज द्वारा बिगड़े हुए मानव को फिर से सुधारने के इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि अपनी गलतियों और बुराइयों को महसूस कर उसे त्याग दें। तब आप अच्छे इंसान बन सकेंगे। कार्यक्रम के अंत में राजयोग का अभ्यास भगवान भाई ने सभी कैदी भाइयों को सिखाकर मनोबल बढ़ाया। तथा दीपावली की शुभकामनाएं भी दिया। सभा में ब्रम्हाकुमारी के बीके रंजीत,बीके अशोक, बीके गीता, बीके शर्मिला एवं मंडल कारा कर्मचारी उपस्थित थे।