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पूर्व के गुनहगारों की होती गिरफ्तारी तो हत्या की नहीं होती पुनरावृत्ति

नरपतगंज में हत्या से पूर्व रिश्तो को रख दिया जाता है ताक पर संसू. फुलकाहा (अररिया) न

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 11:17 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 06:15 AM (IST)
पूर्व के गुनहगारों की होती गिरफ्तारी तो हत्या की नहीं होती पुनरावृत्ति
पूर्व के गुनहगारों की होती गिरफ्तारी तो हत्या की नहीं होती पुनरावृत्ति

नरपतगंज में हत्या से पूर्व रिश्तो को रख दिया जाता है ताक पर

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संसू., फुलकाहा (अररिया): नरपतगंज प्रखंड के बड़हारा पंचायत स्थित बरदाहा गांव में 12 वर्षीय मासूम बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में जितनी तत्परता नरपतगंज पुलिस ने दिखायी उतनी ही तत्परता यदि पूर्व में बच्चियों की हत्या के मामले में दिखाई गयी होती तो सभी गुनाहगार सलाखों के पीछे होते। कहा जा रहा है कि पूर्व में समय अंतराल पर दो अलग-अलग घटनाओं में मासूम बच्ची के हत्यारे की सजा मिलती तो शायद अपराधी तीसरी घटना को अंजाम देने से पहले सौ बार सोचता। ताजा मामले में भी रिश्ता ही शर्मसार हुआ है जीजा के दोस्त यदि देखा जाय तो जीजा ही होता है कितु यदि हंसी मजाक के रिश्ते से जुड़े लोग दरिदगी पर उतारू हो जाय तो रिश्ते पर भी सामाजिक पाबंदी लगनी चाहिए। इससे पूर्व जब वर्ष 2019 में आठ जनवरी को दस वर्षीय छात्रा का अपहरण के बाद हत्या कर उसके घर से कुछ ही दूर पर शव को फेंका गया तो रिश्तेदारों के द्वारा ही हत्या किये जाने की चर्चा हुई कितु पुलिस जांच की बिदु को इसे नहीं बनाया। घटना नरपतगंज के पथराहा पंचायत के हरिपुर गांव में घटी थी। 11 दिसंबर को फिर से फरही पंचायत के कुंडलपुर गांव में रुबन यादव की पांच वर्षीय पुत्री ज्योति कुमारी की देर रात उसके घर में घुसकर बच्ची की पेट में रड मारकर द्वारा हत्या किये जाने के मामले में भी शक की सूई परिजनों पर घूमी कितु पुलिस ने इस दिशा में अनुसंधान नहीं किया। 15 दिसंबर को फुलकाहा थाना क्षेत्र के अंचरा पंचायत के वार्ड संख्या आठ में आइसक्रीम विक्रेता बेचन बाहर दार की घर में ही गोली मारकर उसकी हत्या के पीछे भी परिजन शक के दायरे में आये यहां तक कि बेचन बहरदार के पुत्र के पैंट में खून का धब्बा भी सबूत के तौर पर पुलिस को मिला घर के आंगन एवं अंदर में बड़ी सफाई से खून के धब्बे किसने मिटाए इसका जवाब भी पुलिस ढूंढ नहीं पायी। नरपतगंज में कई बार रिश्तों का कत्ल हुआ है। वर्ष 2018 में बड़हारा पंचायत के फतेहपुर गांव में जायजाद की खातिर पुत्र मनीष यादव ने ही ईट से सिर पर वार करके अपने पिता 62 वर्षीय कामेश्वर यादव की हत्या कर दी थी इस मामले में मनीष यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पांच मार्च 2019 को बड़हारा पंचायत के बरदाहा गांव में सगे मामा ने अपनी 16 वर्षीय भांजी कंचन कुमारी की जलाकर हत्या कर दी थी कंचन ने अपने कोचिग टीचर से उन्हें प्रेम प्रसंग हो गया था, कंचन के मामा विकास सिंह, प्रकाश सिंह, मणि भूषण सिंह ने मिलकर हत्या की थी। इस मामले में मामा समेत कई लोग जेल भी गए थे। 12 जनवरी 2018 को नवाबगंज पंचायत के भोड़हर गांव में बबलू पासवान की 22 वर्षीय पत्नी बबली देवी की हत्या कर शव को आम के पेड़ से टांग दिया गया था मामले में पति ने गांव के ही लोगों को आरोपी किया था कितु पुलिस ने अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की। पुलिस के ऐसे हीं शिथिल रवैया के कारण नरपतगंज में अपराध करने वालों का मनोबल ऊंचा है। अररिया जदयू जिलाध्यक्ष आशीष पटेल ने कहा कि पूर्व की तमाम हत्याओं का पुनर अनुसंधान कर हत्यारे की गिरफ्तारी होनी चाहिए अपराधी जो भी हो जैसा भी हो उसे सजा मिलनी चाहिए तभी ऐसे अपराधों पर अंकुश लग पाएगा उन्होंने इस मामले में पुलिस कप्तान से आग्रह किया है। सामाजिक कार्यकर्ता सीमा देवी ने कहा कि ऐसी दरिदगी करने वाले अपराधियों को फांसी की सजा होनी चाहिए तब जाकर इस तरह की घटना नहीं घटेगी।


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