मां दुर्गा के छठे स्वरूप देवी कात्यायनी की हुई पूजा, भक्तिमय बना माहौल
संसू.फुलकाहा (अररिया) शारदीय नवरात्र की शुक्रवार को मां दुर्गा के छठे स्वरूप देवी कात्
संसू.,फुलकाहा (अररिया): शारदीय नवरात्र की शुक्रवार को मां दुर्गा के छठे स्वरूप देवी कात्यायनी की पूजा हुई। ज्यों-ज्यों अब अष्टमी नजदीक आ रही है, उसी अनुसार नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र, फुलकाहा, सोनापुर, मिरदौल, सुरसर, भोड़हर, घुरना, बसमतिया के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ती जा रही है। कुछ श्रद्धालु नवरात्र के अंतिम दो दिन व्रत रखते हैं और कुछ दंपती जोड़ों के रूप में व्रत रखते हैं। चूंकि अब नवरात्र महोत्सव अंतिम दौर में है इसलिए श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ रही है। मंदिरों में जोर से बोलो जय माता दी, सारे बोलो जय माता दी का जयघोष होता रहा। कुछ मंदिरों में मां दुर्गा का जाप और दुर्गा सप्तशती का पाठ भी चल रहा है। फुलकाहा वैष्णवी दुर्गा माता मंदिर के पुजारी मनोज के अनुसार शास्त्रों में वर्णन है कि महर्षि कात्यायन के यहां पुत्री रूप में जन्म लेने के कारण मां दुर्गा के छठे रूप का नाम कात्यायनी पड़ा । महर्षि कात्यायन ने मां जगदंबा से पुत्री की कामना की थी । इसीलिए उनका नाम कात्यायानी रखा गया। देवी कात्यायनी ब्रजभूमि की अधिष्ठात्री देवी के रूप में भी प्रतिष्ठित हैं, पलवल चूंकि ब्रज क्षेत्र का हिस्सा है, इसलिए भी इस देवी की यहां के मंदिरों में खास पूजा महत्व है। कहते हैं कि ब्रज की गोपियों ने भगवान कृष्ण को पति के रूप में पाने के लिए यमुना के तट पर इन्हीं मां कात्यायनी की पूजा की थी। इनके पूजन में मधु अर्थात शहद का विशेष महत्व बताया गया है, इसलिए श्रद्धालुओं के हाथों में पूजा के सामान में शहद भी दिखाई दिया। फुलकाहा थाना क्षेत्र के काजल कुमारी,शिवानी कुमारी, रुचि कुमारी, पिकी कुमारी, वर्षा कुमारी, अन्नू कुमारी आदि ने कहा की मैने देवी कात्यायनी की पूजा की और परिवार की सुख समृद्धि की कामना की मां कात्यायनी को ब्रज क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी भी कहा जाता है। मां दुर्गा सभी को खुशियां प्रदान करे, ऐसी हमने कामना की । नवरात्र महोत्सव सभी को उल्लास से भर देता है। हमने मंदिर में पूजा अर्चना कर समाज व देश के कल्याण की कामना की। प्रीति कुमारी कहती है कि मां दुर्गा की पूजा कर मन को शांति मिलती है। मैंने व्रत भी रखा है और ऐसा करके मन शुद्ध होने का अहसास होता है। फुलकाहा दुर्गा मंदिर समिति के अध्यक्ष रामदेव यादव, शिवजी प्रसाद साहा, उमा प्रसाद साहा, राजा रक्षित, ब्रजकिशोर राम, महेश गुप्ता, शंकर गुप्ता, मुन्ना ठाकुर, राजा शर्मा, अनंत राज रक्षित आदि ने बताया कि दशमी के दिन भक्ति जागरण कार्यक्रम व खिचड़ी प्रसाद का भव्य आयोजन किया जाएगा।