Move to Jagran APP

बूथों की किलेबंदी की चौपालों में हो रही चर्चा

-राष्ट्रीय मुद्दे केंद्र सरकार की योजनाएं और बाधाओं पर हो रही चर्चा -गांव-गांव में राज

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 01:13 AM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 01:13 AM (IST)
बूथों की किलेबंदी की चौपालों में हो रही चर्चा

-राष्ट्रीय मुद्दे, केंद्र सरकार की योजनाएं और बाधाओं पर हो रही चर्चा

loksabha election banner

-गांव-गांव में राजद -राजग का है संगठन

-प्रदेश से लौटकर मतदान करेंगे मतदाता

-------बूथ पर होगा संघर्ष -----------

दुर्केश सिंह-

जागरण संवाददाता, अररिया: लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर महागठबंधन और राजग उम्मीदवार अररिया लोकसभा सीट से टिकट लेकर जिले से बाहर हैं। वहीं ग्राम पंचायत स्तर के कार्यकर्ता बूथों पर मतदान को लेकर दो-दो हाथ करने को तैयार हैं। सिकटी विधानसभा क्षेत्र के मजरख ग्राम पंचायत में राजद, भाजपा और जदयू का संगठन बूथों पर मतदाताओं को अपने पक्ष करने के लिए जनप्रतिनिधियों को साध रहे हैं। मुखिया रमेश यादव के दरवाजे पर मंगलवार को मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि राजद और भाजपा के कार्यकर्ता पंच, वार्ड सदस्य, आशा, आंगनबाड़ी सेविका, आंगनबाड़ी सहायिका, शिक्षक, बड़े किसानों को अपने पक्ष करने के लिए संपर्क साध रहे हैं।इस दौरान आदिवासी टोला के मतदाता बिजली नहीं पहुंचने का मामला उठा रहे हैं। घर-घर में शौचालय बन जाने पर भी खाते में राशि नहीं पहुंचने की बात लोग कह रहे हैं। साथ ही प्रदेश में रहने वाले मतदाताओं को 23 अप्रैल को घर पर बुलाने की भी तैयारी है। साथ ही घर-घर बिजली पहुंचने, घर-घर में शौचालय उपलब्ध होने पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा गरीबों को देने, प्रत्येक गरीब परिवार को गैस कनेक्शन देने, गली-गली में सड़क की सुविधा उपलब्ध कराने, किसानों को प्रत्येक वर्ष छह हजार रुपये देने की चर्चा गांव में हो रही है। वहीं, मुखिया रमेश यादव ने कहा कि उनके ग्राम पंचायत में छह बूथ और आठ हजार मतदाता हैं। लोग राष्ट्रीय और स्थानीय मुद्दे पर इस समय चर्चा कर रहे हैं। इसी प्रकार नरपतंग प्रखंड के मानिकपुर ग्राम पंचायत में राजद कार्यकर्ता दूसरे गांवों में बिजली पहुंच जाने और मानिकपुर नहीं पहुंचने को लेकर दुखी हैं। इसके अलावा सुरसर नदी पर पुल नहीं बनने की चर्चा कर रहे हैं। कहते हैं- पुल नहीं बनने से पंचायत के ही वार्ड एक, दो और तीन की दूरी दूसरे वार्डों से वाया सड़क द्वारा 15 किमी हैं। शौचालय बनाने पर भी राशि नहीं मिल रही है। इसके अलावा जिले के सबसे अधिक दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत मानिकपुर को इंडो-नेपाल सड़क मार्ग से जोड़ने, पहली बार बिजली पहुंचने, शौचालय बनने, हर किसान को छह हजार रुपये देने सहित केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाएं धरातल उतरने की चर्चा लोग कर रहे हैं। वहीं, मुखिया पुष्पा देवी ने बताया कि उनके ग्राम पंचायत में राजद और राजग का संगठन वार्ड ही नहीं बूथ स्तर तक भी है। प्रबुद्ध मतदाताओं के बीच में इस समय केवल राष्ट्रीय मुद्दे और केंद्र सरकार की योजनाएं और बाधाओं पर चर्चा हो रही है। दो-ढाई हजार परिवारों में लगभग सौ परिवार बिजली कनेक्शन और मीटर के लिए दौड़ रहे हैं। चार सौ परिवारों को शौचालय की राशि नहीं मिली है। सुरसर नदी पर पुल बनने से अररिया जिले का सबसे दूर स्थित गांव मानिलकपुर खुशहाल हो जाएगा। -अररिया जिले के पलासी प्रखंड के ग्राम पंचायत भीखा में इस बार विकास कार्य को लेकर अधिकांश मतदाता मतदान करेंगे। अररिया प्रखंड के ग्राम भोजपुर के लोग भी निष्पक्ष होकर मतों का उपयोग करेंगे। वहीं नरपतगंज के मानिकपुर के मतदाता मतदान को लेकर उदासीन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.