Move to Jagran APP

रिकॉल के चलते फॉक्सवैगन की 3.5 लाख गाड़ियां खड़ी बेकार, टेस्ला की गाड़ियों में भी आई खराबी

फॉक्सवैगन ने अमेरिका में 3.50 लाख डीजल कारों को खड़ी करने के लिए 48 हजार रुपये तक खर्च किए हैं

By Ankit DubeyEdited By: Published: Fri, 30 Mar 2018 05:54 PM (IST)Updated: Sat, 31 Mar 2018 07:37 AM (IST)
रिकॉल के चलते फॉक्सवैगन की 3.5 लाख गाड़ियां खड़ी बेकार, टेस्ला की गाड़ियों में भी आई खराबी
रिकॉल के चलते फॉक्सवैगन की 3.5 लाख गाड़ियां खड़ी बेकार, टेस्ला की गाड़ियों में भी आई खराबी

नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। जर्मनी की कार निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन ने अमेरिका में 3.50 लाख डीजल कारों को रिकॉल किया है। कंपनी ने इस पर 48 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं। ऐसे में फॉक्सवैगन के पार्किंग लॉट्स नए लेवल पर पहुंच चुके हैं और ये जल्द खाली भी नहीं होने वाले। कंपनी ने कार खड़ी करने के लिए खाड़ी पड़े फुटबॉल मैदान, पेपर मिल और कब्रिस्तान जैसी 37 जगहों को किराए पर लिया है।

loksabha election banner

फॉक्सवैगन ने पहले खुद माना है कि उसकी 1.1 करोड़ कारों में गड़बड़ी हुई है। अब 2019 तक 1.6 लाख करोड़ रुपये का बायबैक होगा और दोबारा मार्केट में इन्हें उतारा जाएगा। फॉक्सवैगन की प्रवक्ता जेन्नी गिनिवन ने अपने एक बयान में कहा कि विक्टोरवेली, कैलिफोर्निया में स्टोरेज फैसिलिटी कई लॉट्स में से एक है जहां बायबैक के लिए आए व्हीकल्स को सुरक्षित रखा गया है। कंपनी ने इन वाहनों को डीजल सेटलमेंट्स की शर्तों के तहत वापंस मंगावाया है।

पिछले साल से ही बेकार खड़ी हैं फॉक्सवैगन की गाड़ियां

फॉक्सवैगन ने अमेरिका के कार मालिकों को करीब 5 लाख प्रदूषित अमेरिकी व्हीकल्स को वापस खरीदने का ऑफर भी दिया है। कंपनी द्वारा किया जा रहा बाय बैक 2019 के अंत तक जारी रहेगा। बता दें कोर्ट फाइलिंग में कहा गया है कि 31 दिसंबर तक फॉक्सवैगन ने 3.35 लाख डीजल वाहनों को वापस लिया था। इनमें से 13,000 वाहनों को दोबारा बेचा गया और करीब 28,000 वाहनों को बरबाद किया गया। बता दें बीते साल में फॉक्सवैगन ने करीब 2,94,000 वाहनों को खड़ा किया हुआ है।

क्या था उत्सर्जन मामल

अमेरिकी एजेंसी ने 2015 में फॉक्सवैगन के वाहनों में गड़बड़ी पकड़ी थी। उस समय ही कंपनी ने माना था कि प्रदूषण जांच को चकमा देने के लिए उसने करीब 1.1 करोड़ वाहनों में गड़बड़ी की थी। इस उत्सर्जन मामले में फंसी फॉक्सवैगन ने भारत से भी 3.23 लाख से ज्यादा गाड़ियों को रिकॉल किया था। उत्सर्जन परीक्षण में हेरफेर करने के लिए कंपनी की इन कारों में चीट या डिफीट डिवाइस लगाइ गई थीं।

टेस्ला ने भी किया रिकॉल

टेस्ला ने दुनियाभर में मॉडल S सेडान की 123,000 यूनिट्स को रिकॉल किया है। कंपनी ने जिन मॉडल S कारों की रिकॉल किया है उन्हें 2016 से पहले बनाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में मिली जानकारी के अनुसार कंपनी ने यह रिकॉल पावर स्टीयरिंग बोल्ट्स को रिप्लेस करने के लिए किया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.