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Maruti Swift को क्रैश टेस्ट में मिली जीरो स्टार की रेटिंग, टाटा मोटर्स ने किया ट्रोल बाद में डिलीट किया ट्वीट

मारुति सुजकी स्विफ्ट को हाल ही में लेटिन एनकैप क्रैश टेस्ट में 5 में से शून्य सेफ्टी रेटिंग्स मिली है। जिसके बाद टाटा मोटर्स ने अपनी टियागो हैचबैक की सुरक्षा रेटिंग याद दिलाते हुए स्विफ्ट को सोशल मीडिय पर ट्रोल किया है।

By Rishabh ParmarEdited By: Published: Mon, 30 Aug 2021 02:51 PM (IST)Updated: Tue, 31 Aug 2021 07:27 AM (IST)
Maruti Swift को ताज़ा क्रैश टेस्ट में मिली जीरो स्टार की सुरक्षा रेटिंग टाटा मोटर्स ने किया ट्रोल

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। देश की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स को उनके वाहनों की सुरक्षा के लिए भी जाना जाता है। कंपनी की छोटी हो या बड़ी सभी कारें शानदार बिल्ड क्वालिटी के साथ आती हैं, जिसके चलते उनमें ग्राहकों को सुरक्षित सफर का अनुभव होता है। वहीं कंपनी अपने प्रतिद्वंदियों से चुटकी लेने में भी कभी पीछे नहीं हटती और सही मौके पर चौका मारते हुए उन्हें ट्रोल कर देती है। ताज़ा मामला मारुति सजुकी स्विफ्ट से जुड़ा है। गौरतलब है कि मारुति सुजुकी स्विफ्ट हाल ही में लैटिन एनकैप सेफ्टी टेस्ट पास करने में पूरी तरह विफल रही और कंपनी की इस कार को 5 में से 0 अंकों की सुरक्षा रेटिंग प्राप्त हुई है।

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वहीं, जिसके बाद इस मौके का फायदा उठाते हुए टाटा मोटर्स ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "नवीनतम एनकैप सेफ्टी टेस्ट से पता चलता है कि 'स्विफ्ट' की सवारी करना सुरक्षित नहीं है। न्यू टियागो को बुक करने का एक और कारण - ग्लोबल एनकैप द्वारा सुरक्षा के लिए टाटा टियागो हैचबैक को 4 स्टार की सुरक्षा रेटिंग दी गई है।" हालांकि कुछ ह देर में कंपनी ने अपने इस ट्वीट को हटा दिया है।

यह पहली बार नहीं है जब टाटा मोटर्स ने खराब सुरक्षा मानकों के लिए प्रतिद्वंद्वियों पर कटाक्ष किया है। पिछले साल नवंबर में, टाटा मोटर्स ने मारुति एस-प्रेसो पर एक कड़ी चोट की थी, जो भी बुरी तरह से विफल रही थी और ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में शून्य स्टार रेटिंग के साथ लौटी थी। NCAP परीक्षणों के अनुसार, Tata Motors भारत में कुछ सबसे सुरक्षित कारों का दावा करती है। इसमें नेक्सॉन और अल्ट्रोज़ जैसी कारें शामिल हैं, जिन्हें ग्लोबल एनकैप से फाइव-स्टार क्रैश रेटिंग मिली है, जबकि इसकी एंट्री-लेवल पेशकश टाटा टियागो ने पहले ही चार स्टार हासिल किए थे।

आपको बता दें क्रैश टेस्ट के लिए इस्तेमाल किया गया स्विफ्ट मॉडल मानक के रूप में दो एयरबैग से लैस था। क्रैश टेस्ट के लिए इस्तेमाल की गई Swift लगभग सभी कैटेगरी में खराब रही। इसने एडल्ट ऑक्यूपेंट बॉक्स में 15.53%, चाइल्ड ऑक्यूपेंट बॉक्स में 0%, पैदल यात्री सुरक्षा और कमजोर सड़क उपयोगकर्ता बॉक्स में 66.07% और सेफ्टी असिस्ट बॉक्स में 6.98% स्कोर किया। देश में बिकने वाली Swift में डुअल एयरबैग स्टैण्डर्ड के तौर पर आते हैं। हालाँकि, यूरोप में बेचा जाने वाला मॉडल मानक के रूप में 6 एयरबैग और इलेक्ट्रॉनिक इस्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) से लैस है। संयोग से स्विफ्ट ने दो साल पहले ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में 2-स्टार रेटिंग के हासिल की थी। 


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