टाटा मोटर्स ने इलेक्ट्रिक टिगोर की पहली खेप पहुंचाई EESL के पास, महिंद्रा भी करेगी 30% कारों की आपूर्ति
टाटा मोटर्स को पहले चरण में 30 दिसंबर 2017 तक 250 टिगोर ईवी EESL को उपलब्ध करानी हैं। 10,000 कारों के इस टेंडर में करीब 30 प्रतिशत कारों की आपूर्ति महिंद्रा द्वारा की जाएगी
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। टाटा मोटर्स ने अपनी इलेक्ट्रिक कार टिगोर की पहली खेप सार्वजनिक क्षेत्र की एनर्जी एफिशियंसी सर्विसेस लिमिटेड (EESL) को सौंप दी है। आपको बता दें ईईएसएल ने सितंबर 2017 में 10,000 इलेक्ट्रिक कारों को खरीदने के लिए अंतरराष्ट्रीय टेंडर जारी किया था जिसके तहत टाटा मोटर्स ने बीली के जरिए L1 बोलीदाता के रूप में सरकार से यह ठेका हासिल किया।
टाटा मोटर्स को पहले चरण में 30 दिसंबर 2017 तक 250 टिगोर ईवी EESL को उपलब्ध करानी हैं। 10,000 कारों के इस टेंडर में करीब 30 प्रतिशत कारों की आपूर्ति महिंद्रा द्वारा की जाएगी। महिंद्रा अपनी ई-वेरीटो की आपूर्ति लगभग एक महीने बाद शुरू करेगी। टाटा मोटर्स के CEO और MD गुंटेर बुश्चेक ने टिगोर ईवी की चाबियां EESL के प्रबंध निदेशक सौरभ कुमार को सौंपते हुए कहा कि 10,000 इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने की सरकार की यह पहल देश में हरित व टिकाऊ परिवहन समाधान को बढ़ावा दिए जाने की दिशा में एक साहसी कदम है।
उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक टिगोर के साथ कंपनी ने ई-मोबिलिटी को बल देने की दिशा में यात्रा शुरू की है। कंपनी भारतीय ग्राहकों को इलेक्ट्रिक वाहनों की पूरी रेंज की पेशकश करेगी। टाटा टिगोर EV एक चार्ज पर 140 किलोमीटर तक चलेगी। EESL के टेंडर में टाटा मोटर्स ने बिना जीएसटी के सबसे कम बोली 10.16 लाख रुपए लगाई थी। EESL को यह कार जीएसटी के साथ 11.2 लाख रुपए में पांच साल की वारंटी के साथ उपलब्ध कराई जा रही है, जो कि बाजार में मौजूद समान ई-कार की तुलना में 25 फीसद सस्ती है।
टाटा मोटर्स भारत में ऐसी दूसरी ऑटो कंपनी उभर के सामने आई है जिसने इलेक्ट्रिक कार का निर्माण शुरू किया है। इससे पहले केवल महिंद्रा अकेली ऐसी कंपनी थी जो इलेक्ट्रिक कार का निर्माण करती थी। अब भविष्य में टाटा मोटर्स सरकार के सभी टेंडर्स में हिस्सा लेगी।