विवादों में फिर घिरा OlA Electric Scooter, सोशल मीडिया पर वायरल हुई सस्पेंशन खराब स्कूटर की तस्वीर
देश में इलेक्ट्रिक ओला एस1 प्रो बाजार में सबसे लोकप्रिय स्कूटरों में से एक बन गया है। हालांकि देश भर के ओला के ग्राहक विभिन्न मुद्दों के बारे में शिकायत कर रहे हैं। एक यूजर ने ओला स्कूटर्स की कई तस्वीरें शेयर की जिसमें स्कूटर का सस्पेंशन फेल हुआ दिखा।
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर इस समय विवादों से घिरा हुआ है कहीं ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की सूचना मिल रही है तो कहीं रीजनरेशन सिस्टम में खराबी आने के कारण एक्सिडेंट होने की घटना सामने आ रही है। इसी क्रम में ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में एक फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें स्कूटर का सस्पेंशन टूटा हुआ दिखाई दे रहा है।
ट्विटर पर एक श्रीनाद मेनन नाम के व्यक्ति ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर के सस्पेंशन यूनिट में खराबी की सूचना दी। शख्स का कहना है जब वह अपना ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर चला रहे थे, तभी अचानक स्कूटर का सस्पेंशन टूट गया और गाड़ी का टायर बाहर निकल गया।
मेनन के इस ट्वीट पर अपने प्रतिक्रिया देते हुए एक और शख्स ने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में खराबी का जिक्र किया। यूजर ने कहा कि मेरे भी स्कूटर का सस्पेंशन खराब हो गया था।
एक अन्य यूजर ने ओला स्कूटर्स की कई तस्वीरें शेयर की, जिनमें फेल हुआ सस्पेंशन दिखाई दे रहा है। हालांकि, हम इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते कि ये घटनाएं कब और कहां हुईं।
सिर्फ ओला ही नहीं कई अन्य इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माण करने वाली कंपनियों के स्कूटरों में आग लगने वाली घटनाएं सामने आई हैं। स्कूटर में आग की घटनाओं को लेकर सरकार भी काफी सख्त है।
कम गुणवत्ता वाले सामान के चलते ईवी बैटरियों में लगी आग
हाल ही में जिन इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) की बैटरियों में आग लगी थी, उनमें कम गुणवत्ता वाले सामान का इस्तेमाल किया गया था। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) की जांच रिपोर्ट से यह बात सामने आई है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने डीआरडीओ को ईवी की बैटरी में आग लगने की घटनाओं की जांच सौंपी थी।
सूत्रों के मुताबिक, जांच में सामने आया है कि जिन बैटरियों में आग लगी थी, उनकी बैटरी पैक डिजाइन और माडयूल में गंभीर समस्या थी। इन्हीं समस्याओं के कारण ओकिनावा आटोटेक, प्योर ईवी, जितेंद्र इलेक्टि्रक, ओला इलेक्ट्रिक और बूम मोटर्स के इलेक्ट्रिक दोपहिया की बैटरी में आग लगी थी। रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि इन कंपनियों ने लागत में कमी लाने के लिए बैटरियों में कम गुणवत्ता वाले सामान का इस्तेमाल किया था।
डीआरडीओ ने मंत्रालय को यह रिपोर्ट सौंप दी है। सूत्रों के मुताबिक, सड़क परिवहन मंत्रालय अब इन ईवी निर्माताओं को नोटिस भेजेगा और डीआरडीओ की रिपोर्ट के आधार पर जवाब मांगेगा। इस महीने की शुरुआत में उपभोक्ता मंत्रालय के तहत आने वाले केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने प्योर ईवी और बूम मोटर्स को नोटिस जारी कर आग लगने की घटनाओं की जानकारी मांगी थी।